मृत गायों को नहीं उठा पाने पर असफल नगर पालिका से नाराज थे दोनों पार्षद, अभी और आ सकते हैं इस्तीफे
लाडनूं। नगर पालिका के वार्ड सं. 5 व 7 के पार्षदों ने नगर पालिका की हर काम में नाकामी को देखते हुए अपने पार्षद पद छोड़ने की घोषणा करते हुए पालिकाध्यक्ष रावत खां के नाम से इस्तीफे लिख कर अपने पदों को त्याग दिया है। उन्होंने नगर पालिका की बंदिशों से स्वतंत्र रह कर गौसेवा व जनसेवा करने का संकल्प जताया है। वार्ड सं. 5 के पार्षद गिरधारीलाल इनाणियां ने बताया है कि नगर पालिका व प्रशासन लम्पी रोग से ग्रसित गौवंश को बचा पाने में पूरी तरह से विफल रहा है और साथ ही बीमारी से मृत पशुओं के निस्तारण में भी पूरी लापरवाही बरती जा रही हैं। इनाणियां ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि भारत जैसे गोपालक देश में रह कर भी गायों की रक्षा में असमर्थ रहने पर वे अपना पद छोड़ रहे हैं।
पालिका में चरम पर पहुंचा भ्रष्टाचार
इनाणियां ने इसके अलावा वार्ड सं. 5 में पानी की निकासी की समस्या के निवारण के लिए नालियां बनाने में असफल रहने और नगर पालिका में भ्रष्टाचार चरम पर होने से वे त्यागपत्र देने पर मजबूर हुए हैं। दूसरी तरफ वार्ड सं. 7 की पार्षद सायरा देवी ने अपने वार्ड में पिछले लंबे समय से बिजली व सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने से परेशान होकर इस्तीफा सौंपा है। उनका इस्तीफा उनके पति व पार्षद प्रतिनिधि ज्ञाना राम महरिया ने नगर पालिका में सौंपा। मेहरिया ने बताया कि वार्ड में फैली समस्याओं को लेकर पालिका अध्यक्ष रावत खां को कई बार अवगत कराया, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। वार्ड में मीे हुए गौवंश को 4-5 दिनों तक नहीं उठाया जाता।
दर्जन भर पार्षद और हैं इस लाईन में
पार्षद गिरधारी इनाणिया अपने दर्जन भर साथी पार्षदों के साथ नगर पालिका पहुंचे और लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम व मृत जानवरों के निस्तारण में लापरवाही बताते हुए नाराजगी जाहिर की। इन दोनों पार्षदों के पालिका कार्यालय पहुंचने के समय पालिका के उपाध्यक्ष मुकेश खीची भी इनके साथ थे। इन पार्षदों ने अपने इस्तीफे के बारे में चेयरमैन को सूचना दी। इसके बाद काफी देर तक उनका इंतजार भी किया, लेकिन घंटो तक भी उनके नहीं पहुंचने पर दोनों पार्षदों ने पालिकाध्यक्ष के नाम के अपने इस्तीफे नगरपालिका के कार्मिक संजय बारासा को सौंप दिए।
