घर-घर घूम कर गायों के लिए इकट्ठा कर रहे हैं अनाज और अन्य सामग्री, रूण गांव में हर अमावस्या और ग्यारस पर घूमेगा ट्रैक्टर
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। लंपी बीमारी से हो रही अकाल मौतों के कारण और गायों की बीमारी के कारण हो रही बुरी दशा को देखते हुए अनेक गोप्रेमियों खुद-ब-खुद गांव-गांव में अपनी सेवाएं देनी शुरू की है। गांव रूण के बाबूलाल प्रजापत उर्फ ढेला ने अपने निजी खर्च से गांव रूण में ट्रैक्टर-ट्रॉली किराए पर लेकर गौ माता के लिए अनाज, गुड़, रोटी,चारा व अन्य सामग्री घर-घर से इकट्ठा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक अमावस्या और ग्यारस को यह ट्रैक्टर-ट्रॉली गांव के विभिन्न मोहल्लों में घूमकर सामग्री इकट्ठा करेगी और गांव के दो गौशालाओं में आधा-आधा सामान गायों के लिए दिया जाएगा, ताकि गायों को भरपेट पौष्टिक भोजन मिल सके। इस कार्य में उनका सहयोग पप्पूराम सेन और सुरेश डूकिया भी कर रहे हैं। दोनों गौशाला संचालक रामेश्वर गोलिया और पूर्व सरपंच हुकमीचंद सोनी ने इनके कार्य को सराहा है।