गौ माता के लिए चौधरी परिवार ने 35 बीघा की खड़ी फसल दान की
ओलादन में रहा मेले सा माहौल, लोग उमडें फसल काटने, डीजे पर थिरके, किया सामुहिक भोज
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। क्षेत्र के औलादन गांव में गायों को भुखमरी से बचाने के लिए चौधरी परिवार ने अपने 35 बीघा खेत की बाजरे की खड़ी फसल गौ माता के लिए समर्पित कर दी। इस फसल कटाई के लिए ग्रामीणों ने भाग लिया। फसल कटाई में डीजे के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। महिलाओं ने भी रूचिपूर्वक बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
“जननी जणै तो ऐसा जणी के दाता के सूर, नहीं तो रहीजै बांझड़ी मती गमाईजै नूर।’ राजस्थान में यह कहावत बहुत ही प्रचलित हैं और इस कहावत को समय-समय पर भामाशाह चरितार्थ करके दिखाते हैं। गांल औलादन में रविवार को दानदाता का यही स्वरूप सामने आया है। इन दिनों लंपी बीमारी से गौमाता अकाल मृत्यु की शिकार हो रही है, वहीं कई गायें भुखमरी की शिकार भी होती नजर आ रही है। इसी को मद्देनजर रखते हुए औलादन गांव के चौधरी परिवार के चेलाराम, सूरजकरण, परसराम और पूर्व सरपंच रामकिशन बटेसर परिवार ने पिछले साल की तरह इस बार भी अपने 35 बीघा खेत की बाजरे की खड़ी फसल गौ माता के नाम कर दी। गौरतलब है कि इस परिवार ने पिछले वर्ष भी 30 बीघा खेत की खड़ी फसल स्थानीय गौशाला भक्त शिरोमणि मीरांबाई के नाम करते हुए इस बार भी ऐसा ही काबिले तारीफ कदम उठाया। इनके इस पुनीत कार्य की ओलादन सहित आसपास के गांवों में चर्चा रही।
गौशाला अध्यक्ष श्यामसुंदर सिंह और संचालक विक्रमसिंह ने बताया कि रविवार को ओलादन, देशवाल, रूण, सिराधना, बासनी नेता, इंदोकली, गागुड़ा, दधवाड़ा सहित आसपास के गांवों के 500 किसानों ने नि:शुल्क बाजरे की फसल में सिटियां तोड़कर कड़ब की कटाई की। इस कार्य में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्य में किसानों के 25 ट्रैक्टर, तीन पानी के टैंकर और 3 डीजे साउंड वालों ने अपनी ओर से नि:शुल्क सहयोग दिया। देशवाल के देवकिशन सारण और ओलादन के महेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इस मौके पर पंचायत समिति मूंडवा के प्रधान प्रतिनिधि रेवतराम डांगा ने मारवाड़ के फसल कटाई के समय प्रसिद्ध नृत्य गीत बगड़ावत पर नाच-गान करते हुए ग्रामीणों और किसानों का हौसला बढ़ाया और फसल कटाई की शुरुआत की। इस मौके पर समाजसेवी रेवतराम डांगा और महादेव गौशाला अध्यक्ष रामेश्वर गोलिया रूण ने बताया कि ओलादन के इस किसान परिवार ने गौ माता के लिए काबिले तारीफ काम किया है और इन्होंने लाखों रुपए कीमत की खड़ी फसल गौ माता के नाम करके क्षेत्र में नाम कमाते हुए पुण्य का कार्य किया है। रविवार को फसल कटाई के दौरान मेले सा माहौल देखने को मिला। वहीं दानदाता परिवार की ओर से सामूहिक भोज का भी आयोजन रखा गया।
