नागौर, । जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने बुधवार को बाल कल्याण समिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने बाल कल्याण समिति की कार्यप्रणाली एवं देखरेख व जरूरतमंद बालकों से सम्बंधित मामलों की समीक्षा की। इस दौरान जिला कलक्टर ने किशोर गृह में आवासित देखरेख श्रेणी वाले बच्चों की आवासीय व्यवस्थाओं की जांच की तथा बालकों के पुनर्वास को लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद जिला कलक्टर ने शिशु गृह एवं सम्प्रेषण गृह में आवासित बच्चों से मुलाकात की एवं उनके बारे में अधीक्षक किशनाराम लोल एवं सहायक निदेशक संजय सांवलानी से फीडबैक भी लिया।
समिति में लम्बित मामलों की समीक्षा की
बाल कल्याण समिति कार्यालय निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने बाल कल्याण समिति में लम्बित बच्चों के मामलों को लेकर समिति अध्यक्ष एवं सदस्यों के साथ समीक्षा करते हुए प्रकरण निस्तारण, पत्रावली फॉलोअप सहित समिति से जुड़े मामलों पर चर्चा की। साथ ही जिला कलक्टर ने जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण समिति को निर्देशित कर स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी वाले बच्चों के शिक्षा पुनर्वास को लेकर दिशा निर्देश देते हुए कहा कि नए शिक्षा सत्र से अधिक से अधिक बच्चों का शिक्षा पुनर्वास हो।
इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी, सदस्य निधि हेडा, सदस्य रामलाल कुवाँड़, गोपालराम, नत्थुराम मेघवाल, बाल संरक्षण अधिकारी लक्ष्मणराम माली, समिति सचिव प्रेमराज, काउंसलर सुमन, मुकेश धोलिया सहित स्थानीय स्टाफ मौजूद रहा।