पेड़ लगाने में पुरुषों से आगे रही महिलायें
लाडनूं। तहसील के ग्राम डाबड़ी की गोचर भूमि में बड़े स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। विधि-विधान के साथ कार्यक्रम पाबोलाव धाम के महंत कमलेश्वर भारती एवं अन्य संतों के सानिध्य में हुए इस कार्यक्रम में पहले महिलाओं ने मंगल गीत गाए। फिर 125 दंपतियों ने पौधारोपण किया। इन सभी जोड़ों ने सबके सहयोग से स्वयं द्वारा लगाये पौधों की सुरक्षा का संकल्प भी लिया। मंत्रोचार के साथ पौधारोपण की शुरुआत करके इस पौधारोपण कार्यक्रम को एक उत्सव की तरह मनाया गया। इस गोचर भूमि में पौधों को सुरक्षित रखने के लिए भूमि के चारों ओर तारबंदी की गई है। के सानिध्य में हुआ। इस दौरान करीब आधे घंटे तक पौधों के पूजा पाठ का कार्यक्रम हुआ।
वृक्षों को बेटों की तरह से पालना चाहिए
इस अवसर पर पाबोलाव धाम के महंत कमलेश्वर भारती ने कहा कि पीपल और बरगद के पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। हम सभी को कोरोना का समय याद कर लेना चाहिए। हम सभी को यहां पुत्र की भांति पेड़ों को गोद लेना है। उन्होंने कहा कि जब तक यह पौधा वृक्ष का रूप ना ले, तब तक इसकी समुचित देखभाल करना हमारा कर्तव्य है। इस मौके पर सभी ने पौधों के संरक्षण का संकल्प भी लिया। पौधारोपण अभियान के दौरान अक्सर पुरुषों की भागीदारी अधिक रहती है, लेकिन यहां पर पौधारोपण के दौरान महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से भी अधिक रही। पौधारोपण अभियान में सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। पौधारोपण के इस कार्यक्रम में पाबोलाव धाम के महंत कमलेश्वर भारती, कार्यक्रम संयोजक भागीरथ सिंह, आओं पेड़ लगावां अभियान के संयोजक रजनीश शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ओडिंट, जगदीश पारीक, भागीरथ सिंह, चेतन सिंह, केसर सिंह, पुर्णानंद उपाध्याय, गोरधन सिंह, एडवोकेट भगवती प्रसाद शर्मा, रतन लाल सोनी, राजेश स्वामी, रामप्रसाद खीचड़ सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।