देश में 100 नए स्टार्टअप और 500 नए उत्पाद प्राप्त किए जाएंगे
एडिटिव मेन्युफेक्चरिंग पर राष्ट्रीय रणनीति पर व्याख्यान
लाडनूं। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में ‘एडिटिव मेन्युफेक्चरिंग’ पर जारी की गई राष्ट्रीय रणनीति को समझने के लिए दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन की अध्यक्षता में भौतिक शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर खुशाला जांगिड़ ने एडिटिव मेन्युफेक्चरिंग का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि एडिटिव मेन्युफेक्चरिंग वस्तुओं के कार्यशील मॉडल बनाने की विधि है, जिसमें सॉफ्टवेयर की सहायता से 3डी प्रिंटर को निर्देश देकर वसतुओं का विर्निमाण किया जाता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय रणनीति का उद्देश्य स्थानीय उद्योगों की कमियों को दूर करना, वैश्विक 3डी विनिर्माण में भारत की स्थिति को आगे बढाना तथा 100 नए स्टार्टअप, 500 नए उत्पाद आदि को प्राप्त करना है। अध्यक्षता करते हुए प्रो. जैन ने बताया कि विज्ञान ने दैनिक जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला दिए हैं, जो मानव जीवन की बहुत सी कठिनाइयों को सरल बना देता है। उन्होंने छात्राध्यापिकाओं को नई तकनीक को जानने-समझने के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें सर्वांगीण विकास में सहायक बताया। कार्यक्रम में डा. अमिता जैन, डा. अजीत पाठक, खुशाला जांगिड़ आदि सभी उपस्थित रहे।
