लाडनूं। अंबेडकर दलित अधिकार मंच के नेतृत्व में मंच के अध्यक्ष हरिराम मेहरड़ा सहित दलित समाज ने ग्राम सुराणा जिला जालौर में एक दलित बालक द्वारा पानी का मटका छूने पर उनके साथ गंभीर मारपीट करने पर हुई हत्या के मामले में राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन यहां सौंपा। ज्ञापन में एडवोकेट हरिराम मेहरड़ा ने मांग की है कि तीसरी क्लास में पढ़ने वाला विद्यार्थी इंद्र कुमार के साथ गत 20 जुलाई को सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय में प्यास लगने पर विद्यालय की मटकी से पानी पीने पर अध्यापक छेलसिंह ने मारपीट की और जातिसूचक गालियां निकाली, जिससे इंद्र कुमार के कान के नीचे गंभीर चोट आई। और इलाज के बावजूद 13 अगस्त को उसकी मौत हो गई। इसके बाद पीड़ित परिवार द्वारा न्याय की गुहार लगाने पर राज्य सरकार द्वारा लाठीचार्ज किया गया। ज्ञापन में पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाने एवं प्रकरण संख्या 155/2022 पुलिस थाना सुराणा के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाने, पीड़ित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता एवं दो सरकारी नौकरी दी जाने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में मुकेश मेघवाल, उगमा सुनारी, ज्ञानाराम मेहरडा, हनुमान मेघवाल, जगदीश मेघवाल, हरदेव लुकास, घमंडीराम, भागीरथ, डूंगरराम, हेमराज प्रजापत, ओमप्रकाश, मदनलाल, किशोर मेघवाल, रामचंद्र मेघवाल, बनवारी, घनश्याम, सुरेश कुमार, नानूराम नायक मंगलपुरा, रामलाल मेघवाल, राजेंद्र नायक, मुकेश मेघवाल, भरत गोयल, गुलाबचंद, अनिल मेहरा, भगवानाराम पडिहार, राजेश, रामप्रसाद, सुरेश खींची, नवरत्न, राकेश भाटी, खेताराम भाटी, कालूराम मेघवाल, राजेंद्र मंत्री, सरपंच शैलेंद्र लीलड़, गोविंद मेघवाल, सांवलाराम, जे.पी दहिया आदि शामिल थे।
सांवराद को लेकर था दूसरा ज्ञापन, राजीपे के दबाव का आरोप
इसके अलावा इन लोगों ने ग्राम सांवराद के राजकीय विद्यालय में दलित बालक के साथ मारपीट से बालक को अंदरूनी चोट लगकर मानसिक स्थिति में बदलाव आने के मामले में पुलिस थाना जसवंतगढ़ में दर्ज मामले को दबाने की कोशिश को लेकर प्रस्तुत किया गया। अंबेडकर दलित अधिकार मंच के नेतृत्व में एडवोकेट हरिराम मेहरड़ा व अन्य ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन यहां एसडीएम को सौंपा। मेहरड़ा ने बताया कि सांवराद में शिक्षकों द्वारा बच्चे के साथ बुरी तरह मारपीट करने के प्रकरण में मामले को झूठा साबित करवाने की और उलटा मानहानि के मामले में फंसा देंगे और राजीनामा कर लेने के दबाव के बारे में बताया। ज्ञापन में पीड़ित परिवार के साथ न्याय और दोनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की गई है। यह ज्ञापन देते वक्त मुकेश मेघवाल, हनुमान मेघवाल, जगदीश मेघवाल, राकेश मेघवाल, हरदेव लुकास, घमंडीराम, पूनमचंद, हुकमाराम मेहरड़ा, ज्ञानाराम मेहरड़ा, मदनलाल मेहरड़ा, हेमराज प्रजापत, डूंगरराम मणु, ओमप्रकाश मेघवाल, किशोरकुमार धोलिया, रामचंद्र, प्रकाश मेहरड़ा, बनवारी मेघवाल, घनश्याम जिलोया, भरत गोयल, सोहनलाल मेघवाल, राजेंद्र नायक, हुलास, नवरत्न, राकेश भाटी, रामप्रसाद, जेपी दहिया, भगवानाराम परिहार, अनिल मेहरा, गोविंद मेघवाल, खेताराम भाटी आदि उपस्थित थे।