पाकिस्तानी एजेंट ने भारतीय जवान को किया हनीट्रैप
जयपुर। पाकिस्तान की दो महिला एजेंटों ने फिर एक भारतीय जवान काे हनीट्रैप में फंसा लिया। जवान वॉट्सऐप चैट और वीडियो कॉल के जरिए उनके संपर्क में था और संवेदनशील सूचनाएं भेज रहा था। आरोपी सैन्यकर्मी शांतिमोय राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है। डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि सेना और पुलिस पूछताछ में 24 वर्षीय शांतिमोय ने कबूल किया कि वह काफी समय से सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में था। इंटेलिजेंस ने इस जवान का मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण अपने कब्जे में लेकर उनकी जांच शुरू कर दी है। शांतिमोय ने बताया कि युवती उसे फंसाने के लिए वीडियो कॉल कर उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल करती थी।
राजस्थान में तैनात भारतीय सेना के इस भारतीय जवान को पाकिस्तानी महिला एजेंट्स ने हनी ट्रैप किया और बाद में उस जवान से कई गोपनीय जानकारियां लेकर बदले में उस जवान को पैसे देने की जानकारी भी सामने आई है। जवान को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया गया है। 24 साल के इस सैन्यकर्मी को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने अरेस्ट किया है। उस पर जासूसी करने और खुफिया जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को लीक करने का आरोप है।
24 साल के राणा की चार साल की थी सेना की नौकरी
आरोपी जवान का नाम शांतिमय राणा है। उसकी उम्र 24 साल है और पश्चिम बंगाल के बागुंडा जिले के गांव कंचनपुर का रहने वाला है। जयपुर में अर्टलरी यूनिट में उसकी तैनाती थी। वह 2018 से भारतीय सेना में कार्यरत था। वह देश की खुफिया जानकारियां पाकिस्तानी एजेंट्स को सौंप रहा था। इसके बदले उसे पैसे भी मिलते थे। वह सोशल मीडिया के जरिये संपर्क में आ गया था और एक पाकिस्तान की महिला के जाल में फंस गया। जिससे वह सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी दुश्मन देश के एजेंट को देने लगा। सीआईडी इंटेलिजेंस लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इन महिला पाक एजेंटों ने रुपए का लालच देकर उससे इंडियन आर्मी से जुड़ी जानकारी हासिल की। सीआईडी ने उसे 25 जुलाई को हिरासत लिया था, शुरुआती पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इन महिला एजेंटों ने उस जवान से रेजीमेंट के सेंसटिव व गोपनीय डॉक्यूमेंट्स और युद्धाभ्यास के वीडियो मंगवाए। बताया जा रहा है कि इसके एवज में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर आरोपी जवान के बैंक खाते में रुपए भी भेजे गए।
गुरनौर कौर उर्फ अंकिता और निशा नाम की दो महिलाओ ने फंसाया जाल में
राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डायरेक्टर जनरल उमेश मिश्रा ने कहा, ‘पाकिस्तानी एजेंट गुरनौर कौर उर्फ अंकिता और निशा ने सोशल मीडिया के जरिए जवान से संपर्क किया था।’ इंटेलिजेंस विंग ने आगे बताया कि बाद में दो महिलाओं ने राणा का नंबर लिया था. वे दोनों ही राणा से वॉट्सऐप पर बात करती थीं. दोनों ने पहले राणा का भरोसा जीता। फिर उससे खुफिया जानकारियां लेने लगीं। इसके बदले राणा के खाते में कुछ पैसा भी ट्रांसफर किया गया था। अभी तक जांच-पड़ताल में सामने आया है कि एक पाकिस्तान महिला एजेंट ने उसे अपना नाम गुरनुर कौर उर्फ अंकिता बताया। कहा कि वह शाहजहांपुर (उत्तरप्रदेश) की रहने वाली है। शाहजहांपुर में ही मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में काम करती है। दूसरी महिला निशा ने खुद को मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में बताया था। इन महिलाओं ने शांतिमोय को हनीट्रैप में फंसाकर उसे पैसों का भी लालच दिया।
खुद को उत्तर प्रदेश की बता कर करती थी चैट
राणा ने बताया कि वह मार्च 2018 से भारतीय सेना में कार्यरत है और पिछले काफी समय से वाट्सऐप चैट, वीडियो और ऑडियो मेसेज के जरिए महिला पाक एजेन्ट के संपर्क में था। महिला ने खुद को शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) की निवासी बताया था. महिला ने राणा से कहा था कि वह वहीं पर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस में काम करती है. दूसरी महिला ने अपना नाम निशा बताया था। उसने कहा था कि वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करती है। इन महिलाओं ने राणा से गोपनीय दस्तावेज, फोटोग्राफ्स, युद्धाभ्यास के वीडियो मांगे थे। लालच में आकर राणा ने अपनी रेजीमेन्ट के गोपनीय दस्तावेज व युद्वाभ्यास के वीडियो भेज भी दिये थे।
दो पाकिस्तानी महिला खुफिया एजेंटों ने इंडियन आर्मी के एक जवान को हनीट्रैप में फंसाया, सोशल मीडिया के जरिए उससे भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां मंगवाईं।
दो पाकिस्तानी महिला खुफिया एजेंटों ने इंडियन आर्मी के एक जवान को हनीट्रैप में फंसाया, सोशल मीडिया के जरिए उससे भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां मंगवाईं।