सुजानगढ़। 10 से 15 साल पुराने हो चुके चारपहिया वाहनों की पहचान के लिए परिवहन विभाग अब उन पर ‘कलर कोड स्टीकर’ चिपकाएगा। इस सम्बंध में परिवहन व सड़क सुरक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि प्रदेश के समस्त प्रदूषण जांच केंद्रों पर वाहनों की जांच करते समय निश्चित समय से समय पुराने वाहनों पर स्टीकर लगाए जाएंगे। इनमें 10 साल पुराने डीजल के वाहनों पर गुलाबी और 15 साल पुराने वाहनों पर पीले रंग के स्टीकर लगाए जाएंगे। ये जांच प्रदूषण जांच केंद्रों पर हाेगी, वहीं स्टीकर लगाए जाएंगे। वाहन की विंड स्क्रीन पर स्टीकर चिपकाया जाएगा। प्रदूषण जांच केंद्रों को स्टीकर व अन्य स्टेशनरी उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रादेशिक व जिला परिवहन अधिकारी द्वारा प्रदूषण जांच केंद्रों पर स्टीकर चिपकाने को लेकर हो रही प्रक्रिया की जांच की जाएगी। रील द्वारा सितंबर में प्रदेश के समस्त प्रदूषण जांच केंद्रों को स्टीकर व अन्य स्टेशनरी उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके बाद केंद्रों पर उनके यहां आने वाले 15 व 10 साल पुराने वाहनों पर अनिवार्य रूप से स्टीकर चस्पा किए जाएंगे। आदेशों के मुताबिक प्रदूषण जांच केंद्रों पर 10 वर्ष पुराने डीजल व 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहनों पर कलर कोड स्टीकर लगाए जाएंगे। इसके तहत 10 वर्ष पुराने वाहनों डीजल वाहनों पर लगाए जाने वाले स्टीकर का रंग गुलाबी व 15 वर्ष पुराने वाहनों पर लगने वाले स्टीकर पीले रंग के होंगे।
करना होगा वाहनों का निस्तारण
विभाग के आदेश हैं कि सभी प्रदूषण जांच केंद्रों पर पीयूसी प्रमाण पत्र लेने के लिए आने वाले 10-15 साल पुराने पेट्रोल व डीजल संचालित चार-पहिया वाहनों पर कलर कोड स्टीकर लगाए जाएंगे। प्रदूषण रोकने के लिए इन वाहनों का निस्तारण होगा।
-देवानंद नायक, डीटीओ, सुजानगढ़