लाडनूं (रिपोर्टर कलम कला)। विद्युत वितरण निगम की लापरवाही का एक नमूना सामने आया है, जिसमें एक विद्यालय को राजकीय योजना के अनुसार विद्युत कनेक्शन दिया गया और उसकी मीटर रीडिंग जीरों होने के बावजूद निगम ने 6732 रूपयों का बिल जारी कर दिया। विद्युत मीटर द्वारा जीरो यूनिट दर्शाने के बावजूद कभी 130, कभी 170, कभी 200 यूनिट और कभी 100 यूनिट का उपभोग दिखाकर बिजली का बिल जारी कर दिया जा रहा है। इस सारी रीडिंग का एकसाथ अब जारी किए गए बिल की कुल राशि 6732 रूपयों का आने से प्रधानाध्यापक लक्ष्मण बेरा हतप्रभ रह गए। ग्राम सिलनवाद में डूकियों की ढाणी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को विद्युत निगम ने खम्भा लगाकर बिजली पहुंचाई। इस खंभे से एकमा़त्र विद्यालय का ही कनेक्शन है, अन्य आस पास में भी कोई कनेक्शन नहीं है। विद्यालय का विद्युत मीटर भी इसी खंभे पर ही लगा हुआ है। विद्यालय का जुलाई माह का दो माह का बिल 764.74 रू. का है, जिसमें सरकार द्वारा वहन की गई राशि 764.74 रू. को कम किया गया है, इस प्रकार यह बिल शून्य राशि का होना चाहिए, लेकिन इसमें पिछला बकाया 6731.69 रूपए निकाले जाकर बिल जारी किया गया है। प्रधानाध्यापक के अनुसार यह बिल सरासर अनुचित है। इस बारे में जब विद्युत निगम के सहायक अभियंता से वार्ता की गई तो उन्हांेने अटपटे जवाब देकर टाल दिया। उनका रवैया पूरी तरह से गैरजिम्मेदाराना रहा। इस कारण अभिभावकों में भी असंतोष है।
