सीएम अशोक गहलोत के नाम से तीन लाख की ठगी की कोशिश, ठग ने मोबाइल नंबर 96017 89128 से एक वाट्सअप अकाउंट बना उस पर सीएम की फोटो लगाई
मंत्री सालेह मोहम्मद के नाम का भी उपयोग करके मांगी रकम
इस बीच, गहलोत सरकार में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर कहा कि उनके नाम से कोई व्यक्ति इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों से पैसे मांग रहा है। पैसे मांगने वाला व्यक्ति मोबाइल नंबर 7987793382 का उपयोग कर रहा है। यह मेरा नंबर नहीं है। किसी के झांसे में नहीं आएं। गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को वाट्सअप पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन का फोटो लगाकर कुछ लोगों से पैसे मांगे गए थे। राज्य की साइबर पुलिस ठगी करने वाले गिरोह को तलाशने में जुटी है।
विधायक सुरेश मोदी से भी ठगे ढाई लाख रुपये
गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान के कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी को एक साइबर ठग ने वाट्सअप काल कर खुद को जापानी कंपनी का महाप्रबंधक बताया था। कंपनी का काम दिलवाने के का झांसा देकर सुरेश मोदी के पुत्र व भांजे से ढाई लाख रुपये की रकम ठग ली। इस संबंध में सुरेश मोदी के भांजे रवि कुमार ने जयपुर के सांगानेर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार, पिछले दिनों विक्रांत कौशिक नाम के एक व्यक्ति ने खुद को सरेश मोदी को वाट्सअप काल किया और उनके निर्वाचन क्षेत्र नीमका थाना का निवासी होना बताया।
एडीजी दिनेश ने नाम से भी ठगी का प्रयास
इससे पहले बुधवार को व्हाट्सएप पर एसीबी एडीजी दिनेश एमएन का फोटो लगाकर ठगी करने का प्रयास किया गया था। व्हाट्सएप पर फेक प्रोफाइल बनाकर ठग ने विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से रुपये और गिफ्ट वाउचर की मांग की थी। साइबर ठगों ने 8839060836 नंबर से व्हाट्सएप पर फेक प्रोफाइल बनाई और उस पर एडीजी दिनेश एमएन का फोटो लगाया। इसके बाद विभाग के अधिकारी और कर्मचारी को व्हाट्सएप पर मैसेज कर रुपये और अमेजन गिफ्ट वाउचर की मांग की। ठगों ने मैसेज में कहा कि वह एक मीटिंग में व्यस्त हैं, जल्द रुपये ट्रांसफर कर दें। विभाग के अधिकारी और कर्मचारी को जैसे ही ठगों का मैसेज मिला तो एडीजी दिनेश एमएन की फोटो देखकर वह हैरान रह गए। एडीजी का नंबर नहीं होने के कारण उन्होंने इसकी जानकारी एडीजी को दी, जिसके बाद मामला सामने आया।