सीबीएसई अजमेर को आपति भेज सरकारी भूमि पर प्राईवेट स्कूल को संबद्धता/मान्यता नहीं ददेने के लिए आपति
फर्जी बोर्ड को हटवाने की मांग
लाडनूं। स्थानीय चर्चित विवाद खादी संस्था को खुर्दबुर्द करने के मामले में ग्राम स्वराज्य समिति लाडनूं के मंत्री द्वारा लगातार इस जमीन पर खादी संस्था का अस्तित्व मिटाने एवं प्राईवेट शिक्षण संस्था खोले जाने के प्रयास चल रहे हैं। इन सब कार्रगुजारियों में जालसाजी करने और फर्जीवाड़ा व लोगों को भ्रमित करने की कोशिशें भी उनकी तरफ से जारी है। मंत्री जंवरीमल वर्मा अपने बेटे विमल कुमार वर्मा को प्रस्तावित स्कूल का निदेशक बनाकर यह सब कर रहा है। इस स्कूल का बोर्ड भी खादी संस्था पर लगा दिया गया है। और तो और इस बोर्ड पर बिना किसी वैध अनुमति के ही सीबीएसई से मान्यता प्राप्त होने का उल्लेख भी किया है। इसे लेकर एक बार फिर इस मैटर को लेकर न्याय की मांग करने वाली समिति सक्रिय हो गई है तथा तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की है।
सरकारी भूमि पर निजी विद्यालय का प्रयास अनुचित
यहां गठित लाडनूं विकास समिति नेे केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के रीजनल ऑफिसर अजमेर को जरिए ईमेल व रजिस्टर्ड डाक से इस सम्बंध में अपना आपति-पत्र भिजवाया है। इस आपति-पत्र में बताया है कि एम.जी. इन्टरनेशनल स्कूल लाडनूं के नाम से कथित निदेशक विमलकुमार वर्मा का इंग्लिश मीडियम स्कूल प्ले ग्रुुप से कक्षा 8 तक की सीबीएसई से संबद्धता व मान्यता लेने के लिए आवेदन पत्रावली सीबीएसई केरीजनल कार्यालय अजमेर में विचाराधीन है। इस आवेदन पत्रावली पर प्रेषित आपति-पत्र में वर्णित किया गया कि एम.जी. इन्टरनेशनल स्कूल लाडनूं द्वारा प्रस्तावित स्कूल बिल्डिंग की भूमि सरकारी है, जिसका खसरा नंबर 978/1 रकबा 0.5342 हैक्टेयर है, जो लाडनूं की जमाबंदी में राजस्थान सरकार की भूमि के रूप में दर्ज है। सक्षम सरकारी अनुमति के बिना इस सरकारी भूमि पर प्राईवेट स्कूल को संबद्धता या मान्यता जारी करना व करवाना गैरकानूनी व अपराध है। इस आपति-पत्र के साथ सरकारी खाते की जमाबंदी व नक्शा की प्रमाणित प्रतिलिपि की प्रति संलग्न की गई है, जिसमें यह भूमि सरकारी भूमि के रूप में दर्ज है।
वर्मा के खिलाफ खादी बोर्ड में चल रही है जांच
इस आपति पत्र में यह भी बताया गया है कि लाडनूं विकास समिति द्वारा प्रस्तुत शिकायत पर राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड राजस्थान जयपुर द्वारा ग्राम स्वराज्य समिति लाडनूं के मंत्री जंवरीमल वर्मा के कृत्यों आदि की उच्च स्तरीय जांच कार्यवाही जेरकार है। आदेश-पत्र की फोटोप्रति संलग्न प्रेषित की गई है। विमलकुमार वर्मा उक्त जंवरीमल वर्मा का पुत्र ही है, दोनों नें साजिशाना मिल कर, महत्वपूर्ण तथ्यों को छुपा कर, आवेदन पत्रावली पेश कर रखी है। विकास समिति द्वारा मांग की गई है कि एम.जी. इन्टरनेशनल स्कूल लाडनूं व ग्राम स्वराज्य समिति लाडनूं को स्कूल संचालन हेतु संबद्धता व मान्यता जारी नहीं की जावे, यदि संबद्धता या मान्यता हेतु संस्तुति जारी कर दी हो, तो खारिज की जावे। संबंद्धता मिलने से पहले ही मौके पर इनके लगाये हुये सी.बी.एस.ई. से सम्बद्धता होने के होर्डिंग-बोर्ड हटवाये जायें। इसके अलावा सी.बी.एस.ई. बोर्ड द्वारा कृत कार्यवाही से अवगत कराया जानें की भी मांग की गई है। यह आपति-पत्र प्रेषित करनेें वालों में लाडनूं विकास समिति के संरक्षक एवं पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल, विकास समिति के अध्यक्ष जगदीशप्रसाद पारीक, विकास समिति के उपाध्यक्ष एवं नगरपालिका मण्डल के उपाध्यक्ष मुुकेश कुमार खींची तथा विकास समिति के मंत्री नरपतसिंह गौड प्रमुख हैं।