लाडनूं में 1700 पशुओं में मिला लम्पी स्किन रोग
पशुपालन विभाग की टीमें हुई सक्रिय, इलाज और सैम्पलिंग जारी
लाडनूं। kalamkala.in पशुपालन विभाग की टीम ने शुक्रवार को तहसील के ग्राम शिमला में लम्पी स्किन रोग की रोकथाम के लिए सर्वे व पशुओं के सेम्पल लेकर रोग की रोकथाम, इलाज व बचाव द्वारा रोग की समाप्ति के लिए लोगों को जागरूक किया गया।
निदेशालय पशु पालन विभाग जयपुर तथा उप निदेशक पशुपालन विभाग कुचामन सिटी की विभिन्न टीमों द्वारा शिमला गांव के आस-पास क्षेत्र मे फैले एलएसडी रोग से ग्रसित गौवंश का सर्वे किया गया तथा इन पशुओं के खून और चमड़ी के सैम्पल भी लिए गए। लाडनूं स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. धर्मेन्द्र चौधरी ने बताया कि शिमला क्षेत्र में 100-150 गौवंश एलएसडी रोग से ग्रसित हैं, जिनका पशुपालन विभाग की टीम द्वारा इलाज किया जा रहा है। इस क्षेत्र के गौवंश का सैम्पल ले कर जांच के लिये भिजवाया जा रहा है। लाडनूं क्षेत्र में इस बीमारी से ग्रसित पशुओं के लिए पशुपालन विभाग की टीमों द्वारा इलाज करवाया जा रहा है। साथ ही इस रोग को आगे फैलने से रोकने के लिये पशुपालकों को जागरूक भी किया जा रहा है।
डा. चौधरी ने बताया अभी तक लाडनूं क्षेत्र में 14700 गौवंश का सर्वे किया जा चुका है, जिसमे लगभग 1700 गौवंश एलएसडी रोग से ग्रसित पाये गये जिनका सभी का इलाज किया जा रहा है।
पशुपालन विभाग की इस टीम में पशुपालन निदेशालय जयपुर से डा. एसके गर्ग, कुचामन से उप निदेशक पशुपालन डा. गोविन्दराम चौधरी, एसवाईओ कुचामन डा. विवेक सिंह, प्रेमाराम ढाका, दीपाराम, सहदेव मंडा, सीताराम, विक्रम आदि पशुधन सहायक उपस्थित थे।