शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों को रिझाया, दिए उपहार, किए रंगारंग कार्यक्रम
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। शिक्षक दिवस पर यहां छात्रों ने अपने शिक्षकों को स्पेशल फील कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रंगारंग कार्यक्रम, शिक्षकों के लिए खुद ाम बनाए ग्रीटिंग कार्ड, उपहार ंआदि विभिन्न तरीकों से विद्यार्थियों ने शिक्षकों को विश किया। छात्राओं ने शिक्षिकाओं को उपहार भेंटकर आशीर्वाद लिया। संस्कार बाल निकेतन विद्यालय में इस अवसर पर छात्रों ने शिक्षकों की दिखाई राह पर चलने की शपथ ली और देश के अच्छे नागरिक बनने का संकल्प लिया। पूर्व छात्र किशन टेलर व सद्दाम खोखर ने विद्यालय मे आकर शिक्षकांे को उपहार दिया व आशीर्वाद लिया। निदेशक अब्दुल रहमान देवड़ा ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि शिक्षक अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। कमल राव ने कहा, शिक्षा ही समाज की धुरी होती है। शिक्षा के बिना न तो राष्ट्र का निर्माण हो सकता है और न ही समाज को निर्माण होगा। कार्यक्रम का संचालन छात्र गयासुद्दीन ने किया।
नृत्य, नाटक के अलावा छात्रों ने किया कक्षाओं का संचालन
कार्यक्रम का शुभारंभ अब्दुल रहमान देवड़ा व लाडमोहम्मद खोखर ने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करके एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। इस अवसर पर प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नन्ही छात्रा ईरम बानो ने अपने नृत्य द्वारा सबका मन मोह लिया। छात्रों ने शिक्षा का महत्व नाटक की प्रस्तुति दी। इसके अलावा छात्रों ने कक्षाओं में जाकर विभिन्न शिक्षकों की भूमिका अदा की और शिक्षकों को विश्राम प्रदान किया। सुबह स्कूल शुरू होने से छुट्टी होने तक सीनियर छात्र-छात्राओं ने शिक्षक की भूमिका निभाई। छात्र-छात्राएं शिक्षक की यूनिफॉर्म पहनकर आये। कालांश बदलने पर उसी तरह दूसरी छात्र कक्षा में पहुंची। बच्चों को पढ़ाया, उन्हें होमवर्क भी दिया। संस्था प्रधान लाडमोहम्मद खोखर ने बताया कि छात्रों ने शिक्षक बनकर कक्षाओं का संचालन किया। इस अवसर पर निदेशक अब्दुल रहमान देवड़ा, प्रधानाध्यापक लाडमोहम्मद खोखर, देवेन्द्र पाराशर, कमल राव, सिरदार खत्री, मुराद खान, रुस्तम खोखर, महेंद्र पंवार, मो. सलाउद्दीन जिंदरान, गणपत संखवाया, सुरेश शर्मा, मुकेश मून्डेल, ख्वाजा हुसैन, मधुबाला पाराशर, प्रियंका, भारती, सिकंदर खान, भगवती मेम आदि मौजूद रहे।
