300 तरह की बीमारियों के इलाज में उपयाेगी है सहजन (मोरिंगा)
कृषि विज्ञान केंद्र में तैयार हो रहे है पौधे
नागौर। कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी हरिराम ने कहा है कि सहजन का पौधा औषधीय पौधा है, जिसके प्रत्येक भाग जड़, तना, पत्ती, फूल, बीज व तेल आदि किसी न किसी रुप में प्रयोग में लिए जाते है। सहजन का पौधा लगभग 300 प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी है। इस पौधे को लेकर अब लोगों में धीरे-धीरे जागरूकता आने लगी है।
कुपोषण की समस्या के समाधान
उन्होंने बताया कि यदि इसका विधिवत उपयोग किया जाए तो यह कुपोषण की समस्या के समाधान में अहम भूमिका निभा सकता है। प्रोटीन खनिज लवण एवं प्रोटीन से भरपूर इसे “मिरेकल ट्री” व न्यूट्रीशन डायनामाइट के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने किसानों को सहजन के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। कहा कि विटामिन सी की मात्रा संतरे से 7 गुना, विटामिन ए गाजर से 4 गुना, कैल्शियम दूध से 4 गुना होता है।
सहजन की पत्तियां फूल हैं पोषक तत्वों का स्रोत
गृह वैज्ञानिक भावना शर्मा ने बताया कि सहजन की पत्तियां फूल फुलिया पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। जिसका उपयोग सब्जी बनाने में भी किया जाता है। इस पौधे की शाखाओं से गोंद भी प्राप्त होती है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही कारगर होता है।
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