सही समय पर लक्ष्य का निर्धारण करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी- मदनमोहन महाराज
वागीश्वरी विद्या मंदिर परिवार ने किया मदन मोहन महाराज का स्वागत
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। ‘जो सम्पन्न है, वह सुरक्षित नहीं है, सुरक्षित वह है जो संस्कारवान है। संस्कार हमारी संस्कृति है और इसी संस्कृति की बदौलत भारत विश्वगुरु है।’ प्रखर राष्ट्रवादी प्रवक्ता मदन मोहन महाराज ने स्थानीय वागीश्वरी विद्या मंदिर परिसर की प्रार्थना सभा में बुधवार को कही। महाराज ने कहा कि छात्रों में असीम संभावनाएं होती है, आदर्श गुरु इन संभावनाओं को साकार रूप प्रदान करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सजगता से शिक्षण करने का उपदेश देते हुए कहा कि इससे राष्ट्र समृद्ध हो सकेगा। महाराज ने कहा कि आज साधनों की कमी नहीं है, संवेदनाओं की कमी है। विद्यार्थियों की सफलता के लिए उन्होंने बताया कि व्यक्ति जितना सरल सजग और संवेदनशील होगा, वह उतना ही सफल होगा। आज लक्ष्य की प्राप्ति करना कठिन नहीं है, परंतु लक्ष्य का निर्धारण करना कठिन है। इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी को सही समय पर अपने लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। जब लक्ष्य निर्धारित होगा तो सफलता जरूर मिलेगी, परंतु सफल होने के बाद आपका कर्म केवल धन कमाने के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि राष्ट्र के विकास के लिए आपको कर्म करना है।
महाराज के शाला पदार्पण पर शाला परिवार ने महाराज का स्वागत किया।
तैयार हो रहे हैं नन्हें वैज्ञानिक
प्राचार्य दयानंद गोपाला ने शाला परिवार की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि नागौर जिले की प्रथम अटल टिंकरिंग लैब विद्यालय में स्थापित है, जहां नई-नई खोज के साथ भारत के नन्हें वैज्ञानिक तैयार हो रहे हैं। संस्कृति और अनुशासन की बात बताते हुए उन्होंने बताया कि वागीश्वरी का प्रत्येक विद्यार्थी सुबह 5 बजे उठता है और अपने घर की प्रथम रोटी गाय को देकर दिन की शुरुआत करता है। इस अवसर पर विद्यार्थियों को ईमानदारी का व्यावहारिक शिक्षण देने के लिए ‘ईमानदारी का गल्ला’ का शुभारंभ महाराज द्वारा किया गया। पाली में होने वाली 18वीं नेशनल स्काउट गाइड जम्बूरी के पोस्टर का विमोचन भी इस अवसर पर किया गया। इस प्रार्थना सभा को महालक्ष्मी शिक्षण संस्थान जयपुर के गोरधन सोनी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर किरण शर्मा जयपुर, सुरेन्द्र चौधरी जयपुर, पवन शास्त्री जयपुर, माहेश्वरी एकता परिवार के राजेश गिलङा मकराना, देवेश स्वामी मकराना, भंवर लाल गोपाला, नारायण गोपाला, राधाकिशन भोजावत, दामोदर गोपाला, सम्पत लाल गोपाला, जगदीश गोपाला, धर्मेंद्र रांकावत, सुभाष शर्मा, राजेन्द्र लटियाल, संतोष दांगी, नीलम शर्मा, शोभा शर्मा, अंजू सर्वा, कमला देवी, सरस्वती देवी आदि मौजूद रहे।