घर से भागकर 1125 किमी दूर मकराना आये, बिहार से सिर्फ 300 रुपए लेकर भागे थे
मकराना। यहाँ आरपीएफ ने एक ऐसे जोड़े को पकड़ा है, जो नाबालिग है और ‘बचपन के प्यार’ में फंस कर अपने गाँव से 1125 किलोमीटर दूर राजस्थान के नागौर जिले के मकराना शहर में आ गया। उन्हें मकराना रेलवे स्टेशन पर RPF ने पकड़ लिया। इसके बाद RPF ने उन्हें रेलवे स्टेशन पर एक कमरे में ले जाकर बैठा दिया। यह नाबालिग जोड़ा बिहार के गोपालगंज से महज 300 रुपए लेकर रवाना हुआ था। वहां से लड़की और लड़का दोनों एक साथ ट्रेन के जनरल कोच में चढ़ गए। इसके बाद जैसे तैसे करते हुए वे 1125 किलोमीटर दूर नागौर के मकराना में आये, लेकिन यहाँ उन्हें पकड़ लिया गया। दोनों 4 दिन तक भूखे-प्यासे रहे। कई बार टॉयलेट में सफर किया। हजार किलोमीटर के सफर में उन्होंने 170 रुपए खर्च किए। हालात ऐसे हो गई कि दोस्ती और प्यार भूलकर अब ये वापस घर जाना चाहते हैं।
21 जुलाई को घर से भागे, 4 दिन भूखे-प्यासे रहे
लड़के ने बताया कि दोनों के पास घर से भागने के समय सिर्फ 300 रुपए थे। उन्होंने ट्रेन का सफर जनरल कोच के टॉयलेट में बैठकर किया। तीन-चार जगहों पर ट्रेनें भी बदलीं। उन्हें स्टेशनों के नाम याद नहीं हैं। रास्ते में 170 रुपए खर्च किए। उन्होंने कहा कि भागते-भागते वे परेशान हो गए हैं। एक-दूसरे की खातिर 14 साल की लड़की और 16 साल का लड़का दोनों बिहार के गोपालगंज से भागकर राजस्थान के मकराना पहुंच गए। दोनों 21 जुलाई को घर से भागे थे। भूखे-प्यासे बेटिकट ट्रेन के जनरल कोच के टॉयलेट में बैठकर सफर करते रहे। सोमवार शाम दोनों को मकराना रेलवे स्टेशन पर RPF ने पकड़ लिया।
बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया
आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन टीम से संपर्क किया और मामले की जानकारी दी। चाइल्ड लाइन टीम मेंबर बबिता कंवर नागौर से मौके पर पहुंची और दोनों से बात की। सोमवार देर रात दोनों CWC (बाल कल्याण समिति) के सामने पेश किया। जहां से लड़की को वन स्टॉप सखी सेंटर व लड़के को बाल सम्प्रेषण गृह में भेज दिया गया। दोनों के परिजनों को भी सूचना दी गई है।
लड़की के पिता ने एक साथ देखा तो डरे और घर से भाग गए
चाइल्ड लाइन टीम मेंबर बबिता कंवर ने बताया कि लड़का बिहार के गोपालगंज जिले के धरौती गांव का रहने वाला है। लड़की वहां से 1 किलोमीटर दूर गांव लाला पचमावां की रहने वाली है। लड़के की भुआ लड़की के गांव में रहती है। ऐसे में लड़के का वहां आना-जाना था। दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। 21 जुलाई को लड़की के पिता ने लड़के और लड़की को एक साथ देख लिया था। इससे वो दोनों डर गए। इसके बाद घबराकर दोनों 21 जुलाई की दोपहर 12 बजे घर से भाग गए। वहां से जो ट्रेन मिली उसमें चढ़ गए।
चाइल्ड लाइन टीम मेंबर बबिता कंवर ने बताया कि आरपीएफ से सूचना मिलते ही सोमवार देर रात मकराना रेलवे स्टेशन पहुंची। दोनों मासूमों से बात की तो पूरा मामला पता चला। दोनों को अपने किए पर अब पछतावा है और वो घर जाना चाहते हैं। देर रात उन्हें CWC के समक्ष पेश कर दिया गया है। परिजन देर रात तक नागौर पहुंच सकते हैं।