18 साल से ऊपर के सभी लोगों को 15 जुलाई से कोरोना का बूस्टर डोज मुफ्त मिलेगा।
देश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना का बूस्टर डोज मुफ्त मिलेगा। बुधवार को कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सभी सरकारी अस्पतालों में 15 जुलाई से बूस्टर या प्रिकॉशन डोज लगवाया जा सकेगा। हालांकि, मुफ्त खुराक केवल 75 दिन के लिए ही उपलब्ध होगी। अभी देश में कोरोना वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज मुफ्त है, जबकि बूस्टर डोज के लिए का भुगतान करना होता है।
इधर, देश में 16,107 नए कोरोना केस सामने आए हैं। यह एक दिन पहले की तुलना में 5,392 ज्यादा है। इस दौरान मौतों की संख्या भी 17 से बढ़कर 45 हो गई है। एक्टिव मरीजों की संख्या 131,589 है। ठीक होने वालों की संख्या 15,070 दर्ज की गई है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में कोविड के प्रिकॉशन डोज को बढावा देने का अभियान चलाया जाएगा। अभी तक 18-59 साल के बीच आने वाली 77 करोड़ की लक्षित आबादी में से 1 फीसदी से भी कम को प्रिकॉशन डोज लगी है। 60 साल या उससे ज्यादा उम्र की करीब 16 करोड़ आबादी के साथ हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स में से भी करीब 26 फीसदी को ही बूस्टर डोज मिला है।
आईसीएमआर समेत कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के अध्ययन में पता चला है कि कोरोना वैक्सीन के दोनों खुराक देने के करीब 6 महीने बाद शरीर में एंटीबॉडी का स्तर कम हो जाता है। बूस्टर डोज देने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसी वजह से सरकार 75 दिन के लिए विशेष अभियान शुरू करने जा रही है।
इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते वैक्सीन की दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच के अंतर को 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया था। वैक्सीनेशन में तेजी लाने और बूस्टर शॉट्स को बढ़ावा देने के लिए 1 जून को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ‘हर घर दस्तक अभियान 2.0’ शुरु किया गया था। दो महीने का यह कार्यक्रम अभी चल रहा है।
इसबीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। दुनियाभर में कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इससे साफ दिखाई दे रहा है कि वायरस खुलेआम दौड़ रहा है। टेड्रोस ने कहा, कोरोना के नए वैरिएंट के आने की संभावना अब भी बनी हुई है।