विशेष आलेख

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कलम कला खास रिपोर्ट – लाडनूं के जसवंतगढ़ में देखी जा सकेगी काले हरिणों की उन्मुक्त कुलांचें, 165 लाख की राशि से 450 हेक्टर में किया हरिणों के प्राकृतिक आवास के लिए विकास कार्य, ताल छापर से हरिणों की शिफ्टिंग शीघ्र

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लाडनूं की बेटी पूरी दुनिया में छाने के बाद भी अपनी संस्कृति और आध्यात्मिक साधना के पथ पर रही अडिग, अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक महिला डा. निर्मला बरड़िया की विलक्षण आध्यात्मिक साधना, तीन मासखमण और 11 वर्षीतप हैं उनकी उपलब्धियां, ज्ञान और तप: साधना का अद्भुत संगम है डॉ. निर्मला बरड़िया

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समाज में शांति और अहिंसक व्यवहार को कायम करने में सहायक रहती है ‘अहिंसा प्रशिक्षण प्रणाली’ लाडनूं का जैविभा संस्थान विश्व का पहला विश्वविद्यालय, जहां खोला गया अहिंसा एवं शांति विभाग, विविध पाठ्यक्रमों, शोध, सुविधाओं औेर कॅरियर की संभावनाओं से भरपूर हे अहिंसा एवं शांति के पाठ्यक्रम, प्रवेश जारी

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कलम कला की विशेष रिपोर्ट-  (आओ चिंतन करें) ‘सेठाणा गांव’ रहे लाडनूं के पिछड़ते व्यापार को कैसे पंख लगाए जाएं? व्यापारी जनहित का रवैया अपनाएं, सामाजिक सरोकारों को महत्व दें और फिर आगे बढें (लाडनूं से वरिष्ट पत्रकार जगदीश यायावर की कलम से)

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आखिर कहां लटक कर रह गया लाडनूं का ट्रोमा सेंटर? लाडनूं से गुजरते तीन हाईवे और रोजमर्रा के सड़क हादसे बनते जा रहे हैं जानलेवा, पर्याप्त चिकित्सा सेवा के अभाव और रेफर करने चलते जा रही है जानें

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क्यों मिल रही है बंद मकानों से लाशें? लाडनूं की पहली पट्टी में तीन दिनों में बंद मकान से दूसरी लाश बरामद होना चिंतनीय, एकाकी रहने वालों की देखभाल, सार-संभाल की संस्थागत व्यवस्था जरूरी