मेड़ता। मेड़ता CHC में अब रिश्वत पर लगाम लगाने के लिए नोटिस चिपकाए गए है। क्योंकि एक सप्ताह में यहां 6 वीडियो वायरल हुए, जिनमें एक डॉक्टर से लेकर GNM और दो नर्सिंग ऑफिसर प्रसव और उसके बाद बनने वाले बर्थ सर्टिफिकेट के पैसे मांगते दिख रहे हैं। अब नागौर से आई जांच टीम ने अस्पताल में जगह-जगह पर्चे लगवा दिए है, जिन पर लिखा है-
यह लिख पर्चा चिपकाया
इस संस्थान में समस्त जांचें, ऑपरेशन, डिलीवरी, सिजेरियन निशुल्क है। अगर आपसे कोई पैसों की मांग करता है तो निम्न अधिकारियों को सूचित करें।
1. मु. चि. एवं स्वा. अधिकारी, नागौर- 8290812736
2. ब्लॉक मु. चि. अधिकारी, मेड़ता सिटी- 9783801311
3. संस्था प्रभारी- 9414548131
दरअसल इस तरह के सूचना पर्चे चस्पा करवाने की नौबत इसलिए आ गई कि 26 जून से लेकर 2 जुलाई तक दो बार में अस्पताल के 6 वीडियो वायरल हो गए। पहले तीन वीडियो 26 जून को वायरल हुए, जिसमें एक गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रसूता के परिजनों से पैसों की डिमांड करते दिख रहे हैं। वहीं एक GNM भी प्रसूता के परिजनों से पैसे लेती दिख रही है। दूसरे तीन वीडियो 2 जुलाई को वायरल हुए, जिसमें दो नर्सिंग ऑफिसर पैसे लेते दिखाई दे रहे हैं।
फिर पहुंची नागौर से टीम
अस्पताल में मरीजों के परिजनों से पैसे मांगने के वायरल हुए वीडियो के बाद आज फिर नागौर से एक टीम पहुंची। विभाग के दो अफसर दोनों वीडियो वायरल प्रकरण की जांच कर रहे हैं। RCHO डॉ. मुश्ताक अहमद और मेड़ता BCMO डॉ. सुशील कुमार दिवाकर की टीम ने आज फिर वीडियो में नजर आ रहे नर्सिंग कर्मचारियों सहित अन्य स्टाफ के बयान लिए है। साथ ही पहले के वीडियो में नजर आ रहे गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर के भी बयान लिए गए। दोनों मामलों की जांच एक साथ चल रही है।
जांच में दोषी पाए तो निश्चत रूप से होगी कार्रवाई
प्रसूता के परिजनों से लेनदेन के वायरल वीडियो प्रकरण में बयान लेने आज दूसरी बार मेड़ता आया हूं। इससे पहले 27 जून को भी बयान लिए थे। इस संबंध में एक और वीडियो वायरल हुआ है, उसकी भी साथ में जांच चल रही है। यह पूरी होने के बाद उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। यहां पर इंचार्ज, लेबर रूम इंचार्ज, वहां लगे हुए स्टाफ के साथ ही अन्य गवाह जो यह पेश कर रहे हैं, उन सभी के बयान लिए जा रहे हैं। इसके बाद में ही हम बैठकर निष्कर्ष निकालेंगे कि हम यहां क्या-क्या बदलाव कर सकते हैं। यहां क्या-क्या और सुधारात्मक कार्रवाई कर सकते हैं, जिससे के इस तरह की चीजों को बढ़ावा ना मिले।
-डॉ. मुश्ताक अहमद, RCHO नागौर।
पहले वाले प्रकरण के साथ ही वायरल हुए दूसरे वीडियो प्रकरण की भी जांच चल रही है। अगर जांच में कोई भी दोषी पाया जाता है तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।
-डॉ. सुशील कुमार दिवाकर, बीसीएमओ मेड़ता।