डीएलसी के निर्धारण में मनमर्जी व विसंगतियों के आरोप,
लाडनूं को खारा पानी बेल्ट में जुड़वाने और डीएलसी पर पुनर्विचार की मांग
लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं विकास समिति के मंत्री नरपतसिंह गौड़ ने डीएलसी दरों के निर्धारण में विसंगतियां और मनमर्जी के आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर को पत्र देकर उप पंजीयक कार्यालय लाडनूं की 1 दिसम्बर से लागू की गई नई डीएलसी में से हटाये गये लाडनूं सैकण्ड (खारा पानी बेल्ट) को पुनः जोड़े जाने की मांग की है। समिति के मंत्री गौड़ ने पत्र में लिखा है कि लाडनूं में एक क्षेत्र विशेष मीठा पानी बेल्ट सुनारी रोड़ व डीडवाना रोड़ के मध्य के क्षेत्र में प्राकृतिक भूतल का पानी मीठा होने से लाडनूं प्रथम के रूप में अलग से डीएलसी रेट रही है। उसके अलावा शेष लाडनूं में भूतल का पानी खारा होने से उसे खारा पानी बेल्ट के रूप लाडनूं द्वितीय के रूप में चिह्नित किया हुआ होकर उसकी अलग रेट डीएलसी से सदैव से ही निर्धारित होती आई है। इस प्रकार लाडनूं में खारा पानी व मीठा पानी बेल्ट की अलग-अलग रेट शुरू से ही पुराने जमाने से निर्धारित होती रही है। फिलहाल जो नई डीएलसी रेट लिस्ट 1 दिसम्बर से लागू की गई है, उसमें लाडनूं द्वितीय क्षेत्र को हटा कर लाडनूं प्रथम की रेट में बढ़ोतरी करके पूरे लाडनूं पर लागू कर दी गई है, जिससे लाडनूं के खारा पानी बेल्ट की दरें मीठा पानी बेल्ट की दर के समान कर दी गई है। इससे लाडनूं के खारा पानी बेल्ट की रेट बेतहासा बढ़ गई है, जबकि खारा पानी बेल्ट की जमीनों व मीठा पानी बेल्ट की जमीनों की रेट में रातदिन का अंतर होता है। इसके अलावा भी डीएलसी में अन्य कई विसंगतियां व मनमर्जी की जानी प्रतीत हो रही है। उन्होंने पत्र में मांग की है कि नई डीएलसी सूची पर पुनर्विचार करावें तथा डिलीट किये गये लाडनूं द्वितीय खारा पानी बेल्ट को पुनः जुड़वाया जावे तथा खारा पानी बेल्ट व मीठा पानी बेल्ट की रेट सदैव की तरह अलग-अलग निर्धारित रह सके।
