न अभाव में जीओ, न किसी के प्रभाव में जीओ, केवल अपने स्वभाव में जीओ- प्रो. शर्मा
लाडनूं में सात दिवसीय व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम सम्पन्न
लाडनूं। एसएवी जैन गल्र्स पीजी काॅलेज श्रीगंगानगर की एचओडी प्रो. निक्की शर्मा ने ‘आत्म नेतृत्व क्षमता के विकास के विविध आयाम’ विषय पर बोलते हुए कहा है कि जीवन में केवल धन कमा लेना ही सफलता नहीं कही जा सकती है। सफलता के लिए यह भी देखा जाता है कि आपके लोगों के साथ सम्बंध कैसे हैं। उन्होंने सफलता का सूत्र देते हुए कहा कि न तो अभाव में जीओ, न किसी के प्रभाव में जीओ, बल्कि जीओ केवल अपने स्वभाव में जीओ। उन्होंने सफल नेतृत्व के लिए सात आयामों का विवरण प्रस्तुत करते हुए अपने आपको सुधारने की दिशा में स्वयं के बारे में सोचने, कामयाबी के लिए बेहतरीन बातें संकलित करने, जीवन भर सीखते रहने, मानसिक व शारीरिक क्षमताओं को बढाने, समता व समभाव में जीना, क्षमा के भावों को विस्तृत करने आदि के द्वारा जीवन को सार्थक बनाने की जरूरत पर बल दिया। प्रो. शर्मा ने कहा कि दुनिया भी उसी से प्यार करती है, जो अपने आप से प्यार करता है। बेहतर जिन्दगी के लिए अपने जीवन को सम्पूर्ण रूप से, सहज रूप से और आनन्दमय करके जीना चाहिए। उन्होंने यहां जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ की प्रेरणा एवं प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी के निर्देशन में चल रहे सात दिवसीय व्यक्तित्व विकास व्याख्यान माला के अंतिम दिवस पर मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित किया। प्रारम्भ में आचार्य कालू कनया महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने मुख्य वक्ता का परिचय प्रस्तुत किया और उनका स्वागत किया। अंत में श्वेता खटेड़ ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रगति चैरड़िया ने किया। कार्यक्रम में डा. सोमवीर सांगवान, डा. जेपी सिंह, डा. राजेश, सीता बेनिवाल, ऋचा शर्मा, कमल शर्मा, योगिता जांगिड़, विनय सैनी, निशा कक्कड़, तनवीर खान, करण गुर्जर, प्रियंका शर्मा, निधि चैरड़िया, हीना अरोड़ा, मयंक जैन, अभिेषक शर्मा, आस्ािा सिंघी, अनिता यादव, आलीशा लीला, अनीशा लीला, ममता अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।