शहर में सांडों व सुअरों के कारण होता है आएदिन कोई न कोई हादसा
लाडनूं में आवारा पशुओं की समस्या को लेकर शहर की महिलाओं व नागरिकों ने दिया एसडीएम को ज्ञापन
लाडनूं। kalamkala.in शहर की विभिन्न महिलाओं एवं समाजसेवियों ने उपखंड अधिकारी अनिल कुमार गढवाल को ज्ञापन देकर शहर को आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलवाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि सम्पूर्ण पालिका क्षेत्र में आवारा सांड और सुअरों ने आतंक फैला रख है। शहर के हर गली-चैराहे पर ये सांड और सुअर घूमते नजर आते हैं तथा वृद्धों, महिलाओं, बच्चों और अन्य नागरिकों के साथ हर रोज हादसों को अंजाम देते हैं। इस बारे में लम्बे समय से आम नागरिकों व जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन का समस्या से अवगत करवाया जाता रहा है। पहले ज्ञापन भी दिए जा चुके, लेकिन नगर पालिका अपनी जिम्मेदारी से बच रही है। इस कारण आज पूरे शहर में इन आवारा भटक रहे पशुओं के कारण भय व्याप्त है। ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि किसानों के खेतों में फसल उगाने का समय है और इन जानवरों द्वारा हमेशा से ही शहर के आसपास के खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचाया जाता रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए फसल बुआई से पूर्व इन आवारा जानवरों की व्यवस्था नगर पालिका को कर देनी चाहिए। ज्ञापन में इस बात की चिंता भी जताई गई है कि बुधवार को यहां शहर में दूसरी पट्टी में एक बुजुर्ग धनराज सिंघी को सांड द्वारा उठाकर पटकने से बड़ा हादसा हुआ। गंभीर रूप से इस घायल बुजुर्ग को यहां के अस्पताल से रैफर किया गया। इस बुजुर्ग को लगी चोट के कारण उसे 34 टांके आए हैं। ज्ञापन में शहर के सभी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों बस स्टैंड, सब्जी मंडी, तेली रोड़, राहूगेट, मुर्दा गली, गांधी चैक, सदर बाजार आदि में बड़ी तादाद में घूमते सांडों है और उनके आपस में लड़ने के हालात को नियुत्रण करने के लिए पूरा बंदोबस्त करने की जरूरत बताई गई है तथा बताया है कि इस कारण अनेक दुकानों व ठेलों कई बार भारी नुकसान भी हुआ है। ज्ञापन में नागरिकों की जान की सुरक्षा की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में पार्षद सुमित्रा आर्य, रेणु कोचर, निशा शर्मा, चंदा कोचर, जुलेखा, अनीता चैरड़िया, नरपतसिंह गौड़, राजेंद्र कुमार चोटिया, निशा आडवाणी आदि शामिल थे।