बरसात से पहले सड़कों को नहीं सुधारा तो हो सकते हैं हादसे
लाडनूं। शहर भर में आरयूआईडीपी के अन्तर्गत एल एंड टी कम्पनी द्वारा सिवरेज लाईन डाली जा रही है, वहीं इस कारण खोदखोद कर छोड़ दी गई सड़कें लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है और बरसात के मौसम के कारण पूरी संभावना है कि अनेक जगहों पर मकान धंसने, रास्ते बैठ जाने तथा खड्डों के कारण भारी जान-माल का नुकसान लोगों को उठाना पड़ सकता है। इसके लिए जरूरी है कि बरसात से पहलेइन तोड़ी गई सभी सड़कों को सुधारा जाए। आरयूआईडीपी द्वारा यहां सुखदेव आश्रम, मालियों का मौहल्ला, न्यू माली मोहल्ला, खटीम बस्ती, तेली रोड आदि क्षेत्रों में सीवरेज लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। सिवरेज लाईन डालने का कार्य जब शुरू हुआ तो आमजन ये मानकर चल रहा था कि 20-25 दिनों में लाईन डालकर सड़कें वापस ठीक कर दी जाएंगी, लेकिन इसका बिल्कुल उल्टा ही हो रहा है। काम चालू हुए छह महिनों से अधिक समय हो चुका है और हालात ये हैं कि 75 प्रतिशत करीब सड़कें अभी तक खुदी पड़ी है और लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। पिछले दिनों हुई थोड़ी सी बारिश ने लोगों के आंसू निकाल दिए थे। कीचड़ और फिसलने की वजह से घरों से निकलना मुश्किल हो गया। महिलाएं और बुजुर्ग अपने घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हो गए, क्योंकि बाहर सड़कें खुदी पड़ी है। पहले गलियों में खड्डे खोदे गए और अब तो मुख्य सड़के तक तोड़ दी गई। अब कभी भी बरसात आ सकती है। बारिश होने पर यहां स्थिति बद से बदतर हो जायेगी। इस स्थिति के कारण जनता के आक्रोश का सामना स्थानीय जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को करना पड़ रहा है। ठेकेदार आगे से आगे सड़कें खोदकर सिवरेज की पाईप लाईने डालता जा रहा है पर पीछे की सड़कें ठीक नहीं कर रहा है। अब बरसात को देखते हुए पहले से टूटी हुई सड़कें ठीक नहीं करने तक आगे की खुदाई का काम बंद किया जाना चाहिए। यहां लोग एलएंडटी के अधिकारियों एवं रूडीप के अधिकारियों सभी के पास गुहार लगा रहे हैं, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा है। इससे लोग चिंतित हैं। इधर सिवरेज के काम के दौरान जलदाय विभाग की पाईप लाईनें टूटने और लोगों के घरों के सेफ्टी टेंक फूट जाने से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।