परीक्षा देने आई कॉलेज छात्रा को बस से उतरते समय लापरवाही से गिरा कर कुचला और पैर तोड़ डाले,
सुजला कॉलेज के पास हुआ दर्दनाक हादसा, बस चालक व परिचालक ने दिखाई लापरवाही
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची एक छात्रा के साथ बस चालक व कंडक्टर की लापरवाही से बस से उतरते समय, उतरने से पहले हि बस चला देने से गिर कर छात्रा के दोनों पैर टायर के नीचे आकर कुचल गए। इस मामले की एफ आईआर जसवंतगढ पुलिस थाने में दर्ज की जाकर लापरवाह मुलजिमानों के विरुद्ध जांच की जा रही है। इस हादसे के कारण पैरों से लाचार हुई घायल वंदना और उसकी मदद करके अस्पताल पहुंचाने वाले अनेक विद्यार्थी भी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
हादसे के कारण वंदना सहित कई विद्यार्थी हुए परीक्षा से वंचित
इस मामले की रिपोर्ट आशीष टाक पुत्र धनराज जाति वाल्मीकि निवासी वार्ड नं. 47, वाल्मीकि बस्ती, सुजानगढ़ ने पुलिस को देकर बताया कि उसकी बहिन वन्दना (बी.ए. द्वितीय वर्ष) में राजकीय सुजला कालेज जसवंतगढ में अध्ययनरत है। 26 अप्रेल को वन्दना परीक्षा देने के लिए पुराने बस स्टेण्ड, सुजानगढ़ से प्राईवेट बस नं. आरजे-10 पीए 3337 में बैठकर कॉलेज गयी थी। कॉलेज के सामने अन्य लड़कियों के साथ वन्दना भी बस से उतरने लगी, तभी कन्डेक्टर ने बस चालक को बस चलाने को कहा। बस चालक ने गफलत एवं लापरवाही से अचानक बस चला कर स्पीड बढा दी। इससे वन्दना बस के फाटक के पास नीचे गिर गयी और स के पीछे का टायर वंदना के दोनों पैरो के उपर से निकल गया, जिससे उसके दोनों पैरों के मांस फट गये व पैरों में फ्रेक्चर हो गये। हादसे के बाद बस चालक वहां से बस लेकर भाग गया। पास खड़े लड़के-लड़कियों ने घायल वंदना को इलाज के लिए सुजानगढ़ के सरकारी अस्पताल में पहुंचा कर भर्ती करवाया, जिसका वहां इलाज जारी है। इस हादसे के कारण उसकी बहिन वंदना और दो-तीन अन्य छात्र-छात्राएं परीक्षा देने से भी वंचित हो गये। पुलिस ने इस रिपोर्ट को धारा 279, 337 भादस के तहत दर्ज किया है। मामले की जांच हेड कांस्टेबल भारमल कर रहे हैं।