कलम कला ख़ास- श्रोताओं ने उठाया देशभक्ति भरे गीतों-कविताओं का जुनूनी आनन्द, दो कवयित्रियों को दिया गया ‘सुधाश्री सम्मान’ व पांच रचनाकारों की पुस्तकों का विमोचन
कलम कला ख़ास-
श्रोताओं ने उठाया देशभक्ति भरे गीतों-कविताओं का जुनूनी आनन्द,
दो कवयित्रियों को दिया गया ‘सुधाश्री सम्मान’ व पांच रचनाकारों की पुस्तकों का विमोचन
नई दिल्ली (कलम कला दिल्ली ब्यूरो के चीफ अतुल श्रीवास्तव)। नव सरोकार फाउंडेशन और अक्षरा प्रकाशन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां गौतम नगर स्वामी विवेकानंद गुरुकुल में ‘देशभक्ति कवि सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में अलग-अलग शहरों से आए कवियों ने अपनी चयनित बेहतरीन कविताओं से पूरा समां देशभक्ति के जुनून और जोश से भर दिया। सम्मेलन में प्रवीण व्यास, संतोष संप्रीति, सपना एहसास, रचना निर्मल, सीमा कौशिक मुक्त, प्रदीप कश्यप, गुलबहार, सरफराज अहमद फराज, महेंद्र भट्ट, सुरेंद्र सिफर, गोल्डी अरोड़ा, ब्रह्म प्रकाश भारद्वाज, एहतराम सिद्दीकी, अंजलि अदा, डॉ. अनीता सूद, दिनेश शर्मा, इंद्र भारद्वाज, विश्वेश्वर विष्णु, सुरेंद्र कुमार सिंह चांस की रचनाओं को सुनने का श्रोताओं ने आनंद उठाया।
कवयित्रियों का सम्मान व पुस्तकों का विमोचन
इस अवसर पर नव सरोकार फाउंडेशन ने कवयित्री सीमा कैशिक ‘मुक्त’ को सुधा श्री सम्मान- 2022 और कवयित्री सपना अहसास को सुधा श्री सम्मान- 2023 प्रदान करके उन्हें सम्मानित किया गया। इसके अलावा सम्मेलन में सुरेंद्र कुमार सिंह चांस की पुस्तक ‘रोमांस चल रहा है’, जयकुमार के गजल संग्रह ‘तहरीर’ और ‘अमरोहा’, मंगल सिंह राज का नाटक ‘दीमक’, जगदीश चंद्र त्रिपाठी की बाल कविता संग्रह ‘मैं तो मेले जाऊंगा’ और यशवंत सिंह राय के उपन्यास ‘शुकंजय की हवेली’ का विमोचन भी किया गया।