लाडनूं में सफाई व्यवस्था और आवारा पशुओं की समस्या पर नगरपालिका को किया पांबद,
जन सुनवाई में लोगों ने रखी विभिन्न समस्याएं
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां पंचायत समिति के वीडियो कांफ्रेंस हॉल में जन सुनवाई की गई, जिसमें क्षेत्र के लोगों ने विभिन्न समस्याएं उठाई। कुल प्राप्त 19 परिवादों पर उपखंड अधिकारी सुप्रिया कालेर ने सम्बंधित अधिकारियों को निस्तारण के आदेश दिए। जनसुनवाई में पार्षद सुमित्रा आर्य और इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के अध्यक्ष जगदीश यायावर ने शहर में बेसहारा व आवारा घूमते गौवंश और कुत्तों से होने वाली परेशानियों से अवगत करवाया तथा बताया कि पार्षद सुमित्रा आर्य स्वयं इनसे पीड़ित हुई और उन्हें एम्स होस्पिटल जोधपुर में भर्ती होना पड़ा। इसी तरह आए दिन लोग इनके कारण चोटिल हो रहे हैं। इस पर एसडीएम सुप्रिया ने तत्काल नगरपालिका को इन आवारा घूम रहे गौवंश की धर-पकड़ करने और लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए निर्देश देते हुए उन्हें पाबंद किया। पंचायत समिति सदस्य ओमप्रकाश बागड़ा ने अपने कसूम्बी क्षेत्र की जनसमस्याओं के बारे में अवगत करवाया और लिखित पत्र देकर ग्राम कसूम्बी में बने पानी के बड़े टांकों की नियमित रूप से देखरेख और उनकी मरम्मत की मांग की। उन्होंने जल संरक्षण के लिए बनाए ऊपआनई के हौदों के ढक्कन टूट कर अंदर गिर जाने व अंदर गंदगी भर जाने तथा पानी खराब होने की स्थिति बताई। सुनवाई के दौरान कसूम्बी वासी अनिल पिलानिया, रामनिवास गर्ग, श्रीकांत चोटिया आदि उपस्थित रहे। पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल ने जन सुनवाई में एसडीएम को ज्ञापन देकर लाडनूं शहर में फैली गंदगी व गलियों की सफाई की मांग उठाई। उन्होंने बताया कि नगरपालिका के ईओ के रहवास के स्टेडियम के पास गेट के सामने से काफी दूरी तक वहां से बह रहे गंदे पानी के नाले से पानी सड़क पर आकर पड़ा रहता है, जिससे सड़क टूट चुकी है और लोगों का आवागमन तक बंद हो रहा है, कई हादसे भी हो चुके। इसी तरह शहर के अन्य नाले-नालियों की सफाई नहीं होने से वे अवरूद्ध होकर रास्तों को बाधित कर रहे हैं। यहां तक कि पंचायत समिति और तहसील, उपखंड कार्यालय के सामने से बह रहे नालों की हालत भी बदतर है। उनकी भी सफाई नहीं की जाती। इसी तरह से शहर की सफाई से सम्बंधित अनेक शिकायतें जन सुनवाई में प्रस्तुत हुई। एसडीएम ने नगर पालिका को सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाबंद किया है। जन सुनवाई में तहसीलदार डा. सुरेन्द्र भास्कर, विकास अधिकारी सांवर मल शर्मा और अन्य सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।