बिजली, जल-भराव, जल जीवन मिशन, सड़क मरम्मत व पानी के हौद की मरम्मत की मांग उठाई,
कसूम्बी की प्रमुख समस्याओं से पंचायत समिति सदस्य बागड़ा ने एसडीएम को करवाया अवगत
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। पंचायत समिति लाडनूं के सदस्य एवं भाजपा कृषि उपज मंडी प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बागड़ा ने कसूम्बी ग्राम पंचायत के सम्बंध्ंा में विभिन्न समस्याओं के ज्ञापन उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार के समक्ष पेश करके त्वरित समाधान की मांग की है। पंचायत समिति सभागार में आयोजित उपखंड स्तरीय जनसुनवाई के दौरान बागड़ा ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में उन्हेें अवगत करवाया। उन्होंने एसडीएम को बताया कि कसूम्बी गांव में जलजीवान मिशन योजना के तहत कोताही बरती गई। गांव की मुख्य जगह चंदेलियो के मौहल्ले और सुजानगढ़ सड़क पर जलभराव की समस्याएं बनी हुई है। विद्युत सप्लाई में कम वोल्टेज की समस्या का समाधान किए जाने के लिए एक नया ट्रांसफार्मर लगवाया जाना चाहिए। गांव में सार्वजनिक जल-सरंक्षण के लिए बने बड़े हौद की मरम्मत एवं साफ-सफाई समय पर हो। इसी प्रकार अन्य कई मुख्य समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने लिखित पत्र-परिवाद सौंप कर सभी सम्बंधित विभागों को समस्याओं से अवगत करवाया है।
विद्युत निगम की लापरवाही
पंचायत समिति सदस्य ओमप्रकाश बागड़ा ने लिखा है कि कसूम्बी अलीपुर में बिजली का वोल्अेज बहुत कम रहता हैं इससे घरेलु उपकरण सही तरीके से नहीं चल पाते हैं। इस समस्या के लिए विद्युत वितरणप निगम के अधिकारियों को अनेक बार अवगत करवाया जा चुका, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां वार्ड सं. 1 में एक बड़ा ट्रांसुाम्रर लगवा दिया जाए, तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। गांव में झूलते तारों की वजह से हादसों की सम्भावनाएं बनी हुई हैं। यह समस्या भी लम्बे समय से बनी हुई है। निगम इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसके अलावा गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक बिजली पहुंचाने की योजना का काम भी यहां पूरा ढीला चल रहा है। दो वर्षों से खम्भे लगा दिए गए, लेकिन ढाणियों में रहने वाले ग्रामीण अभी तक बिजली के लिए तरस रहे हैं। योजना से कुछ वंचित ढाणियों को भी चिह्नित करके उन्हें भी विद्युतिकरण करना जरूरी था, ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें।
जन जीवन मिशन कार्य में कोताही
बागड़ा ने ग्राम पंचायत कसूम्बी में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्य में कोताही बरतने के आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने लिखा है कि अभी तक कार्य आधा-अधूरा ही हो पाया है। जहां पाईप लाईन डाली गई है, उसे नियमानुसार नहीं डाला गया है। काम में ली गई सामग्री पाईप भी घटिया कवालिटी के है, इनसे जगह-जगह पानी का रिसाव हो रहा है। काम के लिए तोड़ी गई सड़कों का पुननिर्माण या मरम्मत तक का कार्य नहीं करवाया गया है, जिससे आवागमन भी बाधित हो गया है। गांव की मुख्य लाईनों को नहीं जोड़ा जाने से पानी की सप्लाई बाधित है। ठेकेदार द्वारा की जा रही मनमानी की जांच उच्चस्तरीय करवाई जानी चाहिए।
पानी के हौदों की मरम्मत जरूरी
ग्राम पंचायत कसूम्बी में जल-संरक्षण के लिए बड़े हौद व पानी के टांके बनाए गए हैं। जल-संरक्षण के लिए उनकी साफ-सफाई व मरम्मत करवाई जानी आवश्यक है। ये टांके कस्तूरबा स्कूल में पास मुरिया व डोली में बने हुए हैं। इनका मौके पर भौतिक सर्वे किया जाकर इनकी आवश्यक मरम्मत करवाई जावे, ताकि इसमें वर्षाजल एकत्र हो सके और जरूरतमंद लोग उसका उपयोग पीने आदि के लिए कर सकें।
जल-भराव की समस्या का समाधान हो
बागड़ा ने ग्राम कसूम्बी जाखला में चन्देलियों के मौहल्ले में बरसात के समय पानी के भराव की स्थिति बताते हुए बताया कि यहां सैंकड़ों घरोें की बस्ती है और संस्कृत स्कूल भी है। पानी का भराव होने पर इन सभी घरों के लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह जाते हैं। निकासी के अभाव में कई महिनों तक यह पानी वहां पड़ा कीचड़ बन कर सड़ता रहता है, जिससे मक्खी, मच्छर व कीटाणु पनप जाते हैं और चारों तरफ गंदगी का आलम रहता है। इस क्षेत्र में पिछले 5 साल से यह हालात बने हुए हैं। बरसात आते ही यहां के घरों में भी पानी भर जाता है, जिसे मोटर-पमप लगाकर निकालना पड़ता है। इस समस्या का समाधान शीघ्र ही किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार कसूम्बी से सुजानगढ के मुख्य मार्ग पर भी पानी के भराव की विकट समस्या बनी हुई है। यह मुख्य मार्ग 20 से 25 गांवों को जोड़ता है। यहां नाले का निर्माण किया जाकर पानी की निकासी की व्यवस्था की जा सकती है। बरसात में आवागमन बाधित नहीं हो, इसके लिए इसका समाधान भी नाला बना कर शीघ्र करवाया जावे।