बरसात में इन अटे पड़े नाले-नालियों से शहर में पानी भराव से स्थिति बिगड़ने की संभावना,
सफाईकर्मियों व जमादारों पर नियमित अंकुश जरूरी
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। शहर में यत्र-तत्र कचरे के फैलने और ढेर लगने की स्थिति के अलावा सबसे बड़ी समस्या नाले-नालियों की सफाई नहीं होना और उनके अटे होने से पानी की निकासी रुकने की है। नगर पालिका की सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के प्रयासों के बावजूद कुछ सफाईकर्मी इसे अपनी काम-चोरी की आदत के चलते विफल कर देते हैं। ऐसा शहर के विभिन्न स्थानों पर देखने को मिलता है। नागरिकों में इस स्थिति के चलते रोष होना स्वाभाविक ही है। ऐसा लगता है कि इन सभी सफाईकर्मियों की निगरानी में जमादारों द्वारा कोताही बरती जा रही है। इस ओर जिम्मेदारों को पर्याप्त ध्यान देना होगा।
रैगर श्मशान भूमि के सामने फैला नालियों का पानी
यहां हम कमल सैनी चौक से आगे रैगर समाज श्मशान भूमि के सामने नालियों की सफाई लम्बे समय से नहीं की जाने के कारण नालियों का गंदा पानी आम रास्ते में सड़क पर बहने लगा। लोगों को और आस पास रहने वालों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क से गुजरने वाला हर व्यक्ति इसे देख कर नगरपालिका की नाकामी को कोसता है। यहां फैले पानी के कारण श्मशान भूमि में आने-जाने वालों के लिए भारी बाधा पैदा होगी। इस तरफ नगरपालिका को पूरा ध्यान देना चाहिए।
बरसात में शहर में बिगड़ सकती है हालत
शहर भर के गंदे पानी की सुचारू निकासी के लिए जरूरी है कि सभी नाले-नालियों की सफाई बराबर होती रहे। सामने बरसात का मौसम है और अगर नाले-नालियां पूरी तरह से साफ नहीं रखी गई, तो शहर में पानी के भराव की स्थिति बनेगी और हालात बदतर बन जाएंगे। नगरपालिका को इस समय नाले-नालियों की सफाई पर विशेष और पूरा ध्यान देना चाहिए।
