शादी के तीन माह बाद ही पत्नी लाखों के गहने चुरा कर पीहर गई और 15 लाख और मांगे, वरना दहेज के मुकदमे की दी धमकी,
जसवंतगढ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। बिना दहेज के शादी करने के बाद पत्नी की सोने के गहनों लाकर देने की फरमाइशें चलती रही, जिन्हें पूरी करने बाद फिर फरमाईशों की लिस्ट बढ़ गई। इस पर पति द्वारा इतनी अधिक हैसियत नहीं होने का कहने पर शादी के तीन माह बाद ही पत्नी अपने सभी गहने, जो शादी के समय और बाद में बनवाए, उन सबके अलावा चाचे सास के गहने भी पहन कर अपने पीहर चली गई। पति के अनेक बार वापस लाने के प्रयासों के बावजूद वह बहानेबाजी करके वापस नहीं लौटी। आखिर वह 15 लाख रुपए और मांगने लगी व अन्यथा दहेज के मुकदमे में फंसाने की धमकियां देने लगी। इस सबसे तंग आकर पति ने पुलिस की शरण ली है और अपनी ही पत्नी पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह रिपोर्ट हुई है दर्ज
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में पीड़ित मोहित प्रजापत पुत्र गिरधारीलाल प्रजापत निवासी जसवंन्तगढ़ ने बताया है कि उसकी शादी 30 मार्च 2023 को सुजानगढ़ के भोजलाई चौराहा निवासी जगदीश प्रसाद प्रजापत की पुत्री
सोनू उर्फ सोनीया प्रजापत के साथ बिना दहेज के हुई थी। शादी के वक्त उसने और उसके परिवार वालों ने सोनू उर्फ सोनिया के लिये सोने व चांदी के गहने बनवाये थे, जो उसने अपनी पत्नी सोनू को संभला दिये थे।शादी के थोड़े दिन बाद उसे उसकी पत्नी परेशान करने लगी, कि सोने के कान के लौंग लाओ, कभी अंगूठी लेनी है । वह उसके कहे अनुसार जैसे-तैसे फरमाईश पूरी करता रहा।थोडे दिन बाद उसकी मांग फिर होने लगी। तब उसने कहा कि यह उसके बस में नहीं है। इस पर वह चुप हो गई। फिर वह 7 जुलाई 2023 को सब गहने, जो शादी के बाद व शादी के वक्त उसे दिये थे तथा उसकी चाची अंजुदेवी के गहने- एक रखड़ी (4 भरी), एक चैन (2 भरी), सोने की 4 चूड़ियां (4 भरी) की जो अलमारी में पड़े थे। उन्हें चुरा कर अपने पीहर सुजानगढ ले गयी। पीहर जाते वक्त वह ये सब गहने पहने हुए गई थी। बाद में उसकी चाची अंजू देवी ने बताया कि उसकी पत्नी अपने गहनों के साथ उसके गहने भी चुरा कर ले गई, जो अलमारी में पडे़ थे। इस पर उसने अपनी पत्नी को फोन करके पूछा तो उसने कहा कि जब वह वापस ससुराल लौटेगी, तब वापिस दे देगी। ससुराल आने से उसने सावन के महीने की आड़ ले ली। फिर सावन खत्म होते ही अपनी पत्नी को लेने वह अपने साथ हंसराज व चाची अंजूदेवी को भी लेकर गया। उससे वहां चाची के गहने मांगे, तो उसने सीकर वैद्यजी को दिखाकर आने के बाद लेकर आने का कह दिया। वह इसके बाद काफी दिनों तक नहीं लौटी, तो दीपावली पर उसे लेने वह गया, तब उसने फिर बहाना बनाया कि उसके पिताजी बीमार है, बाद में आएगी। फिर वह खुद किसी काम से जयपुर चला गया।
अभी चार-पांच दिन पहले उसकी पत्नी ने कहा कि उसने शादी पैसों के लिये ही की थी। वह अब चाची या उसके कोई भी गहने वापिस नहीं लौटाएगी। जो होता है कर लो। साथ ही 15 लाख रूपये मांगे और अन्यथा दहेज के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पुलिस ने धारा 380 भादस के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच हेड कांस्टेबल भारमल कर रहे हैं।
