लाडनूं में छीम्पोलाई के पास नवनिर्मित श्मशान भूमि ‘बैकुंठ मोक्षधाम’ का लोकार्पण और प्रतिमाओं का अनावरण,
शोभायात्रा निकाली, भव्य समारोह आयोजित किया
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां छीम्पोलाई के पास हाल ही में बने बैकुंठ मोक्षधाम सार्वजनिक श्मशान भूमि का लोकार्पण और प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम समारोह पूर्वक प्रसिद्ध गूलर धाम के संत बजरंग पुरी महाराज के सान्निध्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया। यह भव्य शोभायात्रा नीलकण्ठ महादेव मंदिर से शुरू होकर मुख्य मार्गों से होते हुए इस सार्वजनिक श्मशान भूमि पहुंची। कार्यक्रम के अतिथियों में भाजपा नेता ठाकुर करणीसिंह, चेम्बर ऑफ कॉमर्स व भाजपा के पूर्व अध्यक्ष हनुमानमल जांगिड़, पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल, समाजसेवी विनोद पटावरी, अमराराम चौधरी, सांवरमल प्रजापत आदि थे।
भगवान शिव व अपने माता-पिता की मूर्तियां स्थापित की
समाजसेवी भामाशाह लालचंद नागपुरिया व उनकी पत्नी ग्यारसी देवी के आर्थिक सौजन्य से इस ‘बैकुंठ मोक्षधाम’ सार्वजनिक श्मशान भूमि के लिए 4 बीघा भूमि का दान करके उसके चारों तरफ चारदीवारी का निर्माण और आकर्षक दो मुख्य गेट का निर्माण कार्य सम्पन्न करवाया गया। इस अवसर पर बुधवार को उन्होंने भगवान शिव के साथ ही अपने पिता पूर्णमल व माता घीसा देवी की मूर्तियां भी स्थापित करवा कर उनका अनावरण भी इस श्मशान भूमि के लोकार्पण के अवसर पर किया गया।
सरकारी सहयोग उपलब्ध करवाया जाएगा
समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा नेता ठाकुर करणीसिंह ने कहा कि श्मशान भूमि के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से मिलने वाले सहयोग को उपलब्ध करवाने में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने इसे एक पवित्र कार्य बताते हुए कहा कि सभी लोगों को मिलकर इस श्मशान भूमि में विकास कार्य व वृक्षारोपण आदि करना चाहिए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हनुमानमल जांगिड़ ने कहा कि लाडनूं शहर का क्षेत्रफल बहुत विकसित हो चुका है, ऐसे में इस तरफ की कॉलोनियों के लिए शहर की मुख्य श्मशान भूमि ‘लोवड़िया’ काफी दूर पड़ जाती है। इस क्षेत्र में पृथक् श्मशान भूमि की जरूरत थी। इसकी पूर्ति करते हुए भामाशाह लालचंद नागपुरिया ने 4 बीघा भूमि का दान करने के साथ ही इस पर चारदीवारी का निर्माण कार्य करवा कर एक शानदार व पुण्य-कार्य किया है। प्रजापति समाज के प्रतिनिधि व पूर्व बीडीओ सुखदेवा राम प्रजापत ने कहा कि लालचंद नागपुरिया व उनकी पत्नी ग्यारसी देवी ने श्मशान भूमि के लिए भूमिदान व चारदीवारी का निर्माण करवाकर प्रजापति समाज का नाम गौरवान्वित किया है। यह कार्य हमेशा के लिए अविस्मरणीय रहेगा। आने वाली पीढियां भी इसे याद रखेगी। इससे पूर्व नगर पालिका के पार्षद लूणकरण शर्मा ने इस श्मशान भूमि की सम्पूर्ण जानकारी प्रस्तुत करते हुए बताया कि इसके विकास, देखरेख और व्यवस्था संचालन के लिए एक समिति का गठन किया गया है। कार्यक्रम में अणुव्रत समिति के संरक्षक शांतिलाल बैद, समाजसेवी विनोद पटावरी, पार्षद विजय लक्ष्मी पारीक व रघुवीर सिंह राठौड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
भामाशाह का अभिनन्दन किया, विकास के लिए अनेक घोषणाएं
इस अवसर पर सामाजिक विभिन्न संस्थानों प्रजापति समाज, युवक परिषद, भारत विकास परिषद, रामानन्द गौशाला, अणुव्रत समिति, पारीक समाज, दाधीच सेवा समिति, माहेश्वरी समाज व अग्रवाल समाज आदि ने समाजसेवी भामाशाह लालचंद नागपुरिया का अभिनन्दन भी किया। इस अवसर पर इस श्मशान भूमि के विकास के लिए भामाशाह रतनलाल सोनी ने विभिन्न कार्यो के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। विजयसिंह अजीतसिंह चौरड़िया के प्रतिनिधि मूलचंद घोसल ने श्मशान भूमि में पानी की कुंड व टंकी, बरामदा, टीनशेड का निर्माण, करवाने की घोषणा की व कार्य शुरू भी करवा दिया गया। अतिथियों ने चोरड़िया परिवार द्वारा बन रहे इन पानी की कुंड, कमरे, बरामदे आदि का अवलोकन किया। भारत विकास परिषद शाखा लाडनूं ने इस भूमि पर इसी सत्र में 100 पेड़ लगाकर उनका पालन-पोषण करने का दायित्व लिया।
इन प्रमुख लोगों की रही उपस्थिति
कार्यक्रम मे भाजपा के जिलामंत्री जगदीश प्रसाद पारीक, पार्षद लूणकरण शर्मा, एडवोकेट गोविन्दसिंह कसूम्बी, कैलाश घोड़ेला, भाविप अध्यक्ष हंसराज सोनी, पार्षद बच्छराज नागपुरिया, प्रकाशचन्द वर्मा, पार्षद बाबूलाल प्रजापत, रामानन्द गौशाला के उपाध्यक्ष सुशील पीपलवा, कंचन नागपुरिया, रामेश्वरलाल सूंठवाल, रतनलाल सोनी, डॉ. रविन्द्रसिंह राठौड़ छपारा, सागरमल शर्मा, पूर्व पार्षद टोडरमल प्रजापत, मूलचंद घोसल, रमेशसिंह राठौड़, सुशील दाधीच, पवन किल्ला, मोहनलाल, दिलीपसिंह, टीकमचंद प्रजापत, बीरबल प्रजापत, पुरुषोत्तम सोनी, जेपी टाक, पुनीत कुमार वर्मा, अशोक दाधीच, तेजकरण शर्मा, रामेश्वरलाल वर्मा, भंवरलाल प्रजापत मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन नितेश माथुर ने किया।
