लाडनूं के दिगम्बर जैन समाज ने जताया रोष, कलेक्टर को दिया ज्ञापन,
लाडनूं की विरासत के स्थलों की दुर्दशा बताई और सफाई, जल निकासी, सब्जी के ठेले हटाने की रखी मांग
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं की शान कहे जाने वाले और लाडनूं के सम्पूर्ण समाजों के लिए उपयोगी शहर के बस स्टेंड पर स्थित दिगम्बर जैन समाज के दो महत्वपूर्ण भवनों की दुर्दशा के हालात में सुधार को लेकर दिगम्बर जैन समाज के लोगों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा को ज्ञापन देकर स्थिति की जानकारी दी और व्यवस्था दुरुस्त करवाने की मांग की। श्री दिगम्बर जैन बड़ा मन्दिर (अतिशय क्षेत्र) लाडनूं के तत्वावधान में जैन समाज के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा को ज्ञापन देकर लाडनूं कस्बे में बस स्टैंड पर जैन भवन एवं सुखदेव आश्रम जैन मंदिर के सामने मुख्य मार्ग पर रोज फैल रही व फैलाई जाने वाली गंदगी एवं सब्जी के ठेलों द्वारा अतिक्रमण किए जाने से उत्पन्न स्थिति में सुधार लाने की मांग की गई है। ज्ञापन में सब्जी बेचने वालों को यहां से हटा कर अन्यत्र जगह दिए जाने का सुझाव भी दिया गया है।
सब्जी ठेलों का अतिक्रमण और गंदगी का आलम
कलेक्टर को दिए गए इस ज्ञापन में बताया गया है कि लाडनूं में बस स्टैंड पर जैन भवन के सामने मुख्य मार्ग पर सब्जी के ठेलों द्वारा अतिक्रमण कर मुख्य मार्ग को संकड़ा कर दिया गया है, प्रतिदिन सब्जी ठेलों, जूस की दुकानों एवं आस-पास की होटलों और व्यापारियों द्वारा कचरा डाला जा रहा है। साथ ही घास बेचने वाले गायों को खिलाने वाली घास भी वहां पर ही डाली जाती है, इस कचरे को खाने के लिए दिन भर आवारा पशुओं का जमावड़ा वहां पर रहता है। इससे न केवल भयावह गंदगी फैलती है, बल्कि उस रास्ते से गुजरने वालों को आवारा पशुओं द्वारा मार दिए जाने का भी भय बना रहता है। हालांकि समय-समय पर नगर पालिका द्वारा सफाई की व्यवस्था करवाई जाती है, मगर लोगों द्वारा कचरा दूर से फेंक कर बाहर ही चारों और फैला दिया जाता है। सरकारी अवकाश के दिन सफाई न होने से उस समय तो यह समस्या भयावह हो जाती है, सफाई न होने से चारों और गंदगी और बदबू फैल जाती है।
सर्वसमाज के लिए है उपयोगी भवन
बस स्टेंड स्थित जैन भवन में इस समाज के शादी समारोह एवं अन्य सामाजिक कार्यक्रम होते रहते हैं। साथ ही अन्य समुदाय के लोगों द्वारा भी किये जाने वाले सामाजिक कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है। समय-समय पर आंखों के कैम्प और अन्य जनोपयोगी गतिविधियों का संचालन भी इसी भवन में होता रहता है। चुनावों के समय भी इस जैन भवन को प्रशासन द्वारा समय-समय पर काम में लिया जाता है। शहर के मध्य में एवं बस स्टैंड के पास होने से यह भवन सबके लिए सुविधाजनक रहता है।
शहर की सुंदरता पर दाग है यह गंदगी, सब्जीफरोशों को अन्यत्र जगह दी जाए
ऐसे महत्वपूर्ण स्थल पर मुख्य मार्ग पर फैली गंदगी न केवल स्वच्छ भारत अभियान की विफलता का परिचायक है, बल्कि शहर की सुंदरता पर दाग भी है, विकास की दृष्टि से लाडनूं अपने आस पास के कस्बे जैसे सुजानगढ़ एवं निम्बी से लगातार पिछड़ रहा है। ऐसे में बाहर से आने वाले व्यापारी एवं निवासी व प्रवासी लोग लाडनूं की क्या छवि अपने मन में लेकर जायेगें, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। साथ ही इसके दुष्प्रभावों का असर भी बुरा ही रहता है। हालांकि पुरानी सब्जी मंडी में काफी स्थान खाली पड़ा है, जहां इन सब्जीफरोश व्यक्तियों को स्थान देकर समस्या के समाधान की तरफ कदम बढाया जा सकता है।
लाडनूं की धार्मिक विरासत के बुरे हाल
इसके साथ ही बस स्टैंड पर स्थित लाडनूं शहर की धार्मिक विरासत सुख देव आश्रम जैन मंदिर के सामने भी दुर्दशा का आलम है और सबसे बड़ी दुविधा बरसाती पानी के निकास की है, जिसके कारण थोड़ी सी बरसात में यहां गंदे पानी का तालाब बन जाता है जो कई दिनों तक साफ नहीं होता है और आमजन को गंदे पानी व कीचड़ से होकर उसी रास्ते से निकलना पड़ता है। इस समस्या का समाधान भी प्राथमिकता से होना अतिआवश्यक है। ज्ञापन में अतिक्रमण की समस्या के हल एवं गंदगी एवं गंदे पानी के निकास की समस्या पर गहराई से विचार करने एवं लाडनूं के विकास और सौंदर्यकरण की दिशा में सकारात्मक प्रयास कर समस्या से निजात दिलवाने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में दिगम्बर जैन समाज के मंत्री विकास कुमार जैन व अन्य लोग थे।