शिव परिवार की स्थापना का तीन दिवसीय कार्यक्रम 19 जुलाई से, राधा-कृष्ण का अभिषेक और गुरूजनों का सम्मान भी होगा, राहूगेट के अन्दर राधेश्याम मंदिर में होगा भव्य आयोजन
शिव परिवार की स्थापना का तीन दिवसीय कार्यक्रम 19 जुलाई से, राधा-कृष्ण का अभिषेक और गुरूजनों का सम्मान भी होगा,
राहूगेट के अन्दर राधेश्याम मंदिर में होगा भव्य आयोजन
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां राहूगेट के अन्दर चन्द्रसागर स्मारक रोड पर स्थित राधेश्याम मंदिर (पुराना चैनदासजी का मंदिर) में शिव परिवार की स्थापना पर तीन दिवसीय धार्मिक आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर राधा-कृष्ण का अभिषेक कार्यक्रम और गुरूजनों का सम्मान समारोह भी रखा गया है। गौरतलब हे कि यह प्राचीन मंदिर प्रसिद्ध क्रांतिकारी संत चैनदास जी की तपोस्थली रहा है। चैनदास जी यहां पुजारी थे और धार्मिक व्यक्ति थे, लेकिन सामंतवादी अत्याचारों और अंग्रेजों के अन्यायों को देख्,ाकर उनके मन में हमेशा टीस रहती थी। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन और जागीरदारी प्रथा के अंत के लिए संघर्ष किया। इस दोरान उन्हें जागीरदारों के भयंकर अत्याचार का मुकाबला भी करना पड़ा। उनकी कमर पर भारी आघात पहुंचाया गया और उन्हें हर प्रकार से प्रताड़ित किया गया। वे जयनारायण व्यास वगैरह सेनानियों के साथी थे। पूर्व विधायक दीपंकर शर्मा उनके समर्थक थे और उनका अनुकरण करते थे। इसलिए उन्हें चैनदास जी ने अपना शिष्य बनाया था। यह मंदिर अनेक क्रांतिकारी गतिविधियों का केंद्र रहा था और यहां राज्य भर के क्रांतिकारियों का आवागमन भी होता रहता था। इस प्रकार यह अपनी एक अलग ऐतिहासिकता रखता है। इसका इतिहास अत्यंत गौरवशाली है। इस मंदिर का कण-कण प्रेरणादायी और पूजनीय है।
राधेश्याम मंदिर के व्यवस्थापक डा. लूणकरण शर्मा ने बताया कि इस प्राचीन मंदिर में 19 से 21 जुलाई तक शिव परिवार स्थापना का कार्यक्रम चलेगा। इस अवसर पर राधा-कृष्ण का अभिषेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार 19 जुलाई को सुबह 8.15 बजे से पजा शुरू होगी, जो तीन दिनों तक लगातार चलेगी। 20 जुलाई शनिवार को शाम को हवन किया जाएगा तथा 21 जुलाई रविवार कोे सुबह 9.15 बजे पर्णाहुति दी जाएगी। इस अवसर पर 21 जुलाई को ही गुरू पूर्णिमा कोे गुरूजनों का सम्मान समारोह पूर्वक किया जाएगा।