सफाई-कर्मचारी भर्ती में केवल वाल्मिकी समाज के लोगों को लिए जाने की मांग, 100 प्रतिशत भर्ती नहीं होने पर किया जाएगा प्रांतव्यापी आंदोलन

SHARE:

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

सफाई-कर्मचारी भर्ती में केवल वाल्मिकी समाज के लोगों को लिए जाने की मांग,

100 प्रतिशत भर्ती नहीं होने पर किया जाएगा प्रांतव्यापी आंदोलन

जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। सफाई कर्मचारी भर्ती संघर्ष समिति लाडनूं के बैनर तले नगर पालिका के वाल्मीकि समाज के सफाई-कर्मचारियों ने एकत्र होकर यहां उपखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम का ज्ञापन एसडीएम को देकर सफाई कर्मचारी भर्ती 2024 में वाल्मिकी समाज को भर्तियों में 100 प्रतिशत नियुक्ति देने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि वाल्मिकी समाज द्वारा सफाई का कार्य वर्षों से किया जाता रहा है और पीढी-दर-पीढी यह कार्य करते आ रहे है। कोरोना काल के दौरान वाल्मिकी भाईयों द्वारा शहर अस्पताल एवं कॉलोनियों की स्वच्छता में कोरोना वॉरियर बनकर स्वयं की स्वास्थ्य की चिंता न करते हुए पूर्ण समर्पण भाव से अपनी ड्यूटी की थी।

अन्य जातियों के लोग भर्ती होकर सफाई का काम नहीं करते

ज्ञापन के अनुसार प्रदेश में वर्ष 2018 की सफाई के पारी भर्ती में गैर वाल्मिकी समाज सफाई कर्मचारी भर्ती में भर्ती हो गए थे। लेकिन वे सफाई कार्य न करके ऑफिस में बैठ जाते हैं और सफाई का उनके जिम्मे का भी भार वाल्मिकी समाज पर बढ जाता है। अतः वर्ष 2024 की भर्ती में 100 प्रतिशत नियुक्तियां दी जाए, ताकि प्रदेश को साफ-सुथरा रखे जाने के साथ परम्परागत तरीके से सफाई का काम करते आए वाल्मिकी समाज को भी उसका हक मिल सके। साथ ही भविष्य में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी कार्यालयों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व सफाई कर्मचारी भर्ती में भी वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता दी जावे।

आंदोलन की चेतावनी दी

ज्ञापन में बताया गया है कि अब सफाई भर्ती 2024 में प्राथमिकता न देना पूरे वाल्मिकी समाज के साथ अन्याय है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। अतः वाल्मिकी समाज को सफाई कर्मचारी भर्ती 2024 में 100 प्रतिशत नियुक्तियां दी जानी चाहिए। अन्यथा मजबूर होकर इस सरकार के इस निर्णय के खिलाफ आन्दोलन करना पड़ेगा। सफाई कर्मचारी भर्ती संघर्ष समिति के तत्वावधान में प्रदेश भर में सभी सफाई कर्मी व वाल्मकी समाज आंदोलन पर उतर जाएगा। ज्ञापन की प्रति स्वायत शासन मंत्री झाबरसिंह खर्रा को भी भेजी गई है। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में गोपाल, प्रकाशचंद, मुकेश, भागचंद, सुशील, श्रीचंद, राकेश, अजीत, गणेश, नरेश, राॅकी, ओगड़नाथ, तेजाराम, नन्दलाल, थानाराम, राजकुमार चांवरिया, तेजकरण, महेश कुमार, नरसी लाल, संदीप बारासा, बजरंगलाल, कृष्ण कुमार, ताराचंद आदि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
kalamkala
Author: kalamkala

Leave a Comment

सबसे ज्यादा पड़ गई

मंगलपुरा ग्राम पंचायत हुई नगर पालिका लाडनूं सीमा क्षेत्र में शामिल, राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना, अब मंगलपुरा, मालासी, खिन्दास, नाटास, गोरेड़ी, चक गोरेड़ी का सम्पूर्ण क्षेत्र हुआ नगर पालिका के अधीन

नेम प्रकाशन के मायड़भाषा पुरस्कार 2025 की घोषणा- राजस्थानी भाषा के 30 साहित्यकार होंगे सम्मानित, ‘माणक’ पत्रिका के सम्पादक पदम मेहता को मिलेगा 1 लाख का सर्वोच्च साहित्य सम्मान, रामस्वरूप किसान को शिखर सम्मान, 28 कलमकारों में लाडनूं के गोकुलदान खिड़िया भी होंगे सम्मानित

राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े लाडनूं में 20 मार्च को, जैविभा विश्वविद्यालय के 35वें स्थापना दिवस समारोह में होंगे शरीक, नवीनीकृत कुलपति-चैम्बर और सेमिनार हाॅल का उद्घाटन और चिकित्सालय का करेंगे शिलान्यास

लाडनूं के प्रख्यात हास्य कवि केशरदेव के खिलाफ खड़े हुए सांसद हनुमान बेनिवाल और विधायक मुकेश भाकर, हजारों जाट भी उतरे विरोध में, केशरदेव के एक बयान के वायरल होने पर हुआ बखेड़ा, उनका बयान था कि ‘गधों का मेला लगता है’, सांसद बेनीवाल और कांग्रेस विधायक भाकर ने की केशरदेव को गिरफ्तार करने की मांग

Advertisements
Advertisements
Advertisements