मेरा निलम्बन असंवैधानिक और पक्षपात पूर्ण है, किसान होने से इन्हें तकलीफ है- मुकेश भाकर,
कांग्रेसियों ने डीडवाना में कलेक्ट्रेट के बाहर निलम्बन के विरोध में किया धरना-प्रदर्शन
डीडवाना / लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं से कांग्रेस के निलम्बित विधायक मुकेश भाकर ने विधानसभा से छह माह के लिए किए गए अपने निलम्बन को असंवैधानिक और पक्षपात पूर्ण बताया है और कहा है कि उनके निलम्बन प्रस्ताव पर कोई मत विभाजन तक नहीं करवाया गया। अपने निलम्बन के विरुद्ध डीडवाना में जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष आयोजित सत्याग्रह के धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाकर ने कहा कि कांग्रेस के शांति धारीवाल भी बोले लेकिन उन्हें निलम्बित नहीं किया गया और मुझे छह माह के लिए निलम्बित कर दिया गया। यह पक्षपात पूर्ण है। उन्होंने तो केवल अंगुली उठाई थी। इसका कोई ओडियो, वीडियो नहीं है। भाकर ने कहा कि इन लोगों को किसानों से तकलीफ है। वे जनता से जुड़े मुद्दों को रख रहे थे और सरकार योजनाओं पर बोल रहे थे। गांव-गांव जनता परेशान हैं, उनके लिए पानी-बिजली की बात रखी थी। धरने को अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया और सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया।डीडवाना कलेक्टर कार्यालय के समक्ष हुए इस सत्याग्रह में बड़ी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठे हुए। इस सत्याग्रह में कांग्रेस जिलाध्यक्ष व मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लियाकत अली, पंचायत समिति के प्रधान हनुमान राम कासनियां, नगर पालिका के चैयरमेन रावत खान, पीसीसी सदस्य कैलाश निठारवाल, जिला परिषद सदस्य जयराम बुरड़क, कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामू राम साख, जिला महासचिव खींवाराम घिंटाला, दलित नेता कालूराम गैनाणा, मुश्ताक खान खात्यासनी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कानाराम मेघवाल, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज भगत, राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र नेता शुभम रेवाड़ तथा युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के विभिन्न सरपंच व अन्य जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न गांव-ढाणियों से कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।