मंगलपुरा की साहसी महिला हुलासी देवी के निधन के निधन पर अर्थी को लगाया बहुओं-पोतियों ने अपना कंधा
लाडनूं (kalamkala.in)। निकटवर्ती ग्राम मंगलपुरा की साहसी महिला हुलासी देवी टाक का 85 वर्ष की आयु में शनिवार को निधन हो गया। वे काफी दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। वे ओमप्रकाश, प्रहलाद, श्रीचन्द व बाबूलाल टाक की माता थी। उनकी शवयात्रा में उनकी अर्थी को उनके परिवार की महिलाओं ने कंधा देकर मिसाल प्रस्तुत की है। उनका अंतिम संस्कार मंगलपुरा स्थित मोक्ष धाम में किया गया।
महिलाओं ने अर्थी को कंधा देकर दिया साहस का परिचय
इस बारे में समाजसेवी वासुदेव भाटी ने बताया कि माली समाज विकास संस्थान के संरक्षक समाजसेवी गुलाबचन्द टाक की पत्नी हुलासी देवी के निधन पर परिवार की बेटियों, पोतियों व बहुओं ने कंधा देकर अंतिम रस्म अदा की। महिलाओं द्वारा एक महिला की पार्थिव देह की अर्थी को कंधा देकर उसे अंतिम यात्रा तक विदा करना अपने आप में विशेष रहा। गौरतलब है कि हिंदू समाज में परम्परा अनुसार मृतक के पुत्र और परिवार के अन्य लोग ही अंतिम यात्रा में कंधा लगाया करते हैं।
अन्याय के विरुद्ध महिलाओं को जागरूक करती थी
हुलासी देवी शुरू से ही साहसिक महिला रही है, इन्होंने अपने समाज व परिवार की बहू-बेटियों को हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जागरूक किया है। वे महिलाओं को साहस के साथ समाज में जीने की प्ररेणा देने वाली थी। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। माली समाज संस्था मंगलपुरा के अध्यक्ष महालचन्द टाक ने हुलासी देवी के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।