चुनौतियों के बावजूद आंचलिक अखबारों का अपना महत्व- पालिकाध्यक्ष रावत खां, समाजसेवी उम्मेदसिंह बोकड़िया को ‘मेघराज खटेड़ सेवाधर्मिता सम्मान’ से नवाजा गया, लाडनूं में ‘भारतीय समाज’ अखबार का स्थापना दिवस समारोह आयोजित

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चुनौतियों के बावजूद आंचलिक अखबारों का अपना महत्व- पालिकाध्यक्ष रावत खां,

समाजसेवी उम्मेदसिंह बोकड़िया को ‘मेघराज खटेड़ सेवाधर्मिता सम्मान’ से नवाजा गया,

लाडनूं में ‘भारतीय समाज’ अखबार का स्थापना दिवस समारोह आयोजित

लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं से प्रकाशित एवं आंचलिक पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखने वाले समाचार पत्र ‘भारतीय समाज’ पाक्षिक के स्थापना दिवस पर यहां पहली पट्टी स्थित भैया बगीची के सभागार में नगरपालिका अध्यक्ष रावत खान लाडवाण की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में लाडनूं के मूल निवासी चैन्नई प्रवासी समाजसेवी उम्मेदसिंह बोकड़िया को ‘मेघराज खटेड़ सेवाधर्मिता सम्मान’ प्रदान किया गया। अपने सम्मान को स्वीकार करते हुए बोकड़िया ने ‘भारतीय समाज’ के साथ अपने जुड़ाव का जिक्र किया तथा कहा कि यह अखबार निरंतर सत्य व नीति के पथ पर अग्रसर रहा है, इसीलिए प्रवासी पाठक इसकी बाट जोहते हैं। इस सेवाधर्मिता सम्मान के अंतर्गत उन्हें 21 हजार रुपए की राशि का चैक, शॉल, साफा व अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन अखबार के प्रसार व्यवस्थापक अशोक खटेड़ ने किया।

मेधावी छात्रों का सम्मान भी किया

इस अवसर पर प्रतिभा सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। इसमें भारतीय समाज द्वारा नगर के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। वर्ष 2024 में नगर के 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। सम्मान के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को 500 रुपए की राशि, प्रशंसा पत्र व आकर्षक उपयोगी उपहार भेंट किए गए। कार्यक्रम में नगर की विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।

कठिनाइयों के बावजूद धैर्य के साथ ध्येय की ओर बढा

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष रावत खान ने अपने सम्बोधन में कहा कि लम्बे समय से ‘भारतीय समाज’ अखबार इस अंचल में लोकप्रिय है। इसका सूत्र वाक्य ‘धैर्य के साथ, ध्येय की ओर’ को यह सार्थक करता है। इसे पाठकों का भरोसा प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि लोकल अखबारों के सामने अनेक कठिनाइयां व चुनौतियां रहती हैं, फिर भी इन अखबारों की जरुरत व प्रासंगिकता हमेशा बनी रहती है। प्रवासियों को यहां के समाचारों-गतिविधियों को जानने की ललक रहती है।

‘भारतीय समाज’ एक उद्देश्यपूर्ण अखबार

मुख्य अतिथि कोलकाता प्रवासी समाजसेवी सीए महेंद्र पाटनी कहा कि पाठकों का विश्वास ही किसी आंचलिक अख़बार की प्राणशक्ति होती है। ‘भारतीय समाज’ भले एक बड़ा अखबार नहीं, पर छोटा होकर भी यह एक सुंदर, उद्देश्यपूर्ण और सबका प्रिय अखबार है। विशिष्ट अतिथि शांतिलाल भंसाली ने कहा कि भारतीय समाज के संस्थापक मेघराज खटेड़ लेखनी के धनी होने के साथ ही प्रभावी आवाज और वक्तृत्व कला में भी पारंगत थे। उनके लिए अखबार का प्रकाशन व्यवसाय नहीं होकर समाज में आमूलचूल परिवर्तन का माध्यम और जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने का जरिया रहा। उन्होंने नगर की अनेक सामाजिक संस्थाओं के प्रमुख पदों पर कार्य नि:स्वार्थ भाव से किया। नगर के लोगों के मन में आज भी उनके प्रति सम्मान व आदर का भाव है।

सामाजिक जागृति के लिए पत्रकारिता चुनी

जैन विश्वभारती के सहायक प्रोफेसर प्रेयस सोनी ने स्व. मेघराज जी खटेड़ को कलम की ताकत से समाज में एक रचनात्मक बदलाव लाने वाला बताया तथा कहा कि जो व्यक्ति समाज की सूरत बदलने को अपने जीवन का लक्ष्य बना लेता है, उसके लिए पत्रकारिता केवल रुचि नहीं होकर मजबूरी बन जाती है। उन्होंने सामाजिक चेतना की जागृति के लिए पत्रकारिता का क्षेत्र चुना था और जिंदगी भर मूल्यपरक पत्रकारिता की। वे निष्पक्ष, निर्भीक एवं निराभिमानी पत्रकार थे। उनके शब्दों में पाठक को उद्वेलित कर देने की क्षमता थी। होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. सुशीला बाफना ने कहा कि मेघराज जी की आवाज और शब्दों ने इस अंचल के हजारों लोगों को प्रभावित किया है। उन्हें विभिन्न मंचों से सुनना अनगिनत लोगों के लिए आज भी एक अनमोल अनुभूति है। उनके कहे और लिखे शब्द आज भी जनमन में अंकित हैं। इस अवसर पर ललित वर्मा, शहर काजी सैयद मोहम्मद मदनी, राजश्री भूतोड़िया, जौहरीमल दूगड़, शिवशंकर बोहरा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।

सेवाधर्मिता सम्मान से नवाजे बोकड़िया का दिया जीवन परिचय

प्रारम्भ में भारतीय समाज के संपादक आलोक खटेड़ ने स्वागत वक्तव्य में भारतीय समाज की प्रकाशन यात्रा के विभिन्न रोचक प्रसंग प्रस्तुत किए। उन्होंने ‘सेवाधर्मिता सम्मान’ प्राप्तकर्त्ता भामाशाह उमेदसिंह बोकड़िया के व्यक्तित्व व कर्तृत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि वे सहज, सरल, सेवाभावी व निराभिमानी व्यक्ति हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में पूर्ण योगदान के बावजूद वे अपनी जमीन से जुड़े रहे हैं। उन्होंने जैन विश्वभारती में करीब 5 करोड़ रुपए की लागत से महाश्रमण विहार का निर्माण करवाया है, वहीं पहली पट्टी में तेरापंथ महिला मंडल के भवन का निर्माण अपने सौजन्य से करवाने की घोषणा की है। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक व शैक्षणिक संस्थाओं की गतिविधियों में अपना आर्थिक योगदान देते रहे हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में पार्षद रेणु कोचर ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अतिथियों ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। भारतीय समाज की ओर से अतिथियों का स्वागत जौहरीमल दूगड़, लक्ष्मीपत बैंगानी, अरविंद नाहर, दिलावर हुसैन, अशोक खटेड़, अंकित खटेड़ आदि ने किया। कार्यक्रम का संयोजन श्वेता खटेड़ ने किया।

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Author: kalamkala

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