लाडनूंः अन्तर्राज्यीय चोर-गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा और चोरी का माल भी किया बरामद, जसवंतगढ पुलिस की सराहनीय कामयाबी,
चोर-गैंग के एक दर्जन सदस्यों का लगाया पता, लाडनूं, सुजानगढ, जायल, डेगाना के गांवों सहित जोधपुर-बीकानेर तक करते थे चोरियां, रैकी कर बंद मकानों पर करते थे हाथ साफ
लाडनूं (kalamkala.in)। क्षेत्र के लाडनूं शहर, जसवंतगढ और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में बंद मकानों की रैकी करके रात में चोरियां करने वाली एक गैंग का खुलासा किया है। इन्हें जसवंतगढ पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में रात के समय बाइ्रक लेकर घूमते हुए पाया और पूछताछ व पुलिस की राजकाॅप ऐप पर अपराधियों के अपलोड फोटो से मिलान करने पर इनसे डाबड़ी गांव की एक वारदात का खुलासा और माल-बरामदगी हुई है। इन्होंने लाडनूं, जसवन्तगढ़, निम्बीजोधा, डाबड़ी, सारड़ी, खानपुर आदि के अलावा आसपास के चूरू जिले के सुजानगढ़, साण्डवा, रतनगढ़ एवं नागौर जिले के दुगोली (जायल), डेगाना और जोधपुर व बीकानेर तक रैकी करके चोरियों की वारदातों को अंजाम देने को कबूला है। पुलिस के अनुसार इन पकड़े गए तीन मुलजिमान चोरों के अलावा अनेक वारदातों के खुलासे की संभावना हैं। इन मुलजिमानों से उनकी वारदातों और उनके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। इनसे करीब 10 दिन पूर्व डाबड़ी में हुई चोरी का माल भी बरामद किया जा चुका है।
लोहे के सरिए लेकर बाईक से संदिग्ध अवस्था में घूमते पकड़े गए
इस अन्तर्राज्यीय गैंग का खुलासा जसवंतगढ पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र में होने वाली चोरियों की वारदातों को ध्यान में रख कर अपने उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार की जा रही सघन गश्त के दौरान किया गया। इस गश्त के दौरान ही रात्रि में मोटर साईकिल लेकर संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पुलिस के हत्थे मोहम्मद उमर भाटी, अनवर व शाहरूख उर्फ बरेला तीनों चढ गए। इन तीनों से जब रात्रि के समय घूमने-फिरने के बारे में पूछा गया तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उनके चेहरों का मिलान जब पुलिस ने राजस्थान पुलिस द्वारा संचालित राजकॉप एप्प में अपलोड फोटो से किया तो, संदिग्ध शाहरूख उर्फ बरेला के खिलाफ चोरी के प्रकरण दर्ज होना पाया गया। पुलिस ने उनकी मोटरसाईकिल की तलाशी ली, तो उसके बैग में लोहे सरिये मिले। इसके बाद उनसे पुलिस ने गहनता से पूछताछ की गई। तब उन तीनों ने चोरी की कई वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस के अनुसार मुलजिमानों द्वारा पिछले काफी समय से आस-पास के क्षेत्र कस्बा जसवन्तगढ़, डाबड़ी, सारड़ी, लाडनूं, खानपुर, सुजानगढ़, साण्डवा, दुगोली (जायल), डेगाना, रतनगढ़, निम्बीजोधां, जोधपुर व बीकानेर में चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। अभी इनसे और भी चोरियों का खुलासा होना संभाव्य है।
पकड़े गए मुलजिमान और उनका आपराधिक रिकाॅर्ड
पुलिस द्वारा गिरफ्तार इन चोरी के अभियुक्तों में एक लाडनूं का और दो जोधपुर की मदेरणा काॅलोनी के रहने वाले हैं। इनमें से एक सुजानगढ में अस्थाई निवास कर रहा था। इन मुलजिमानों में लाडनूं वाला अनवर छींपा (38) पुत्र स्व. सुलेमान छींपा, निवासी निम्बी रोड़ लाडनूं है। दूसरा सुजानगढ में सम्राट होटल के पीछे, वार्ड नं 58 में रहने वाला मोहम्मद उमर भाटी जाति छींपा (42) पुत्र लियाकत अली छींपा है, जिसका मूल निवास मदेरणा कॉलोनी, मदिना मस्जिद के पास जोधपुर है। तीसरा मुलजिम शाहरूख उर्फ बरेला भिश्ती (28) पुत्र छोटू खा उर्फ कासम भिस्ती भी मदेरणा कॉलोनी जोधपुर का रहने वाला है।
इन गिरफतार किए गए अभियुक्तों का पूर्व के आपराधिक रिकार्ड के मुताबिक जोधुपर की मदेरणा काॅलोनी में रहने वाले मोहम्मद उमर भाटी पुत्र लियाकत अली छींपा के खिलाफ बीकानेर के जयनारायण व्यास काॅलोनी पुलिस थाने में धारा 457, 380 आईपीसी में मुकदमा नं. 464 दिनंाक 4 दिसम्बर 2023, जिसका नतीजा दिनंाक 19 फरवरी 2024 को सीएस नं. 10 द्वारा कोर्ट में पेश हुआ और वह लम्बित है।
दूसरे जोधपुर के रहने वाले मुलजिम शाहरूख उर्फ बरेला पुत्र छोटू खां उर्फ कासम भिश्ती पर जोधपुर में 3 और बीकानेर में 2 मुकदमें ट्रायल पर हैं। उस पर मंडोर पुलिस थाने के दो मुकदमों में धारा 509, 341 व 323 आईपीसी के एक मामले के अलावा धारा 13 आरपीजीओ का मुदमा है। जोधपुर के महामंदिर पुलिस थाने में धारा 457 व 380 आईपीसी का मामला तथा महामंदिर पूर्व पुलिस थाने में धारा 13 आरपीजीओ का मामला हुआ। बीकानेर के गंगाशहर पुलिस थाने में धारा 457 व 380 आईपीसी का तफतीश में है और जयनारायण व्यास काॅलोनी पुलिस थाना बीकानेर में भी धारा 457 व 380 आईपीसी का मुकादमा कोर्ट में विचाराधीन है।
गैंग में शामिल हैं एक दर्जन से अधिक सदस्य
पुलिस के अनुसार इन तीनों आरोपियों की गैंग के बारे में अब तक मिली जानकारी में सामने आया है कि इनकी यह अन्तर्राज्यीय गैंग बहुत बड़ी है और उनके शामिल सदस्य इस प्रकार हैं- अनवर पुत्र स्व. सुलेमान जाति छींपा लाडनूं, मोहम्मद उमर भाटी छींपासुजानगढ/जोधपुर व शाहरूख उर्फ बरेला भिश्ती जोधपुर के अलावा आदिल पुत्र रमजान जाति कामलिया तेली निवासी मदेरणा कॉलोनी जोधपुर, सानू उर्फ नईम पुत्र इस्माईल खां निवासी नागौरी गेट भील बस्ती जोधपुर, शोयब पुत्र इकबाल निवासी मदेरणा कॉलोनी जोधपुर,. रिजवान पुत्र फतेह मोहम्मद निवासी कबीर नगर सूरसागर जोधपुर, श्रवण पुत्र घेवराराम निवासी जाजिवाल कलां जोधपुर, कैलाश भील निवासी कुडी भगतासनी जोधपुर, टूंटा, विकास और बंटी उर्फ अब्दुल। इनके अलावा भी अन्य सदस्य इस चैर गिरोह में शामिल हो सकते हैं, जिनकी जानकारी प्राप्त की जा रही है। इन एक दर्जन सदस्यों पर जब पुलिस हाथ डालेगी तो और भी बड़ी वारदातें तथा गिरोह के सरगना आदि के बारे में खुलासा हो सकेगा।
चोरी की वारदात को अंजाम देने का तरीका
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इन सभी मुलजिमानों के काम करने का तरीका आपस में विभाजित किया हुआ था। दिन में बाईक लेकर बंद मकानों की रैकी करना और फिर अपनी गैंग के सदस्यों को उस बंद मकान पर छोड़ कर आना व चोरी के बाद उन्हें वापस लाना था। किसी का काम रैकी करना और चोरी के माल को बेचना था और कोई चोरी की वारदाता को अंजाम देता था।
पुलिस के अनुसार ये मुल्जिमान दिन में शहर-गांवो में मोटरसाईकिल से घूम-घूम कर बन्द मकानों की रैकी करते थे। रैकी के पश्चात् अपने गैंग के अन्य सदस्यों को चोरी के लिए बस स्टेण्ड या रेल्वे स्टेशन पर बुलाते। फिर दिन में रैकी करने वाले अपने साथियों को रैकी किये गये बंद मकान के पास चोरी करने हेतु छोड़ देते तथा आस-पास निगरानी हेतु घूमते रहते। वारदात के बाद ये अपने साथियों को वापिस लेकर मोटरसाईकिल से बस स्टेण्ड या रेल्वे स्टेशन पर छोड़ देते। मुल्जिमान दिन व रात में चोरी करने के आदी है। ये ज्यादातर चोरियां ऐसे मकानों में करते हैं, जिन घरों के बाहर फाटक लगी हो तथा बाहर ताला लगा हो। मुल्जिमान रैकी करने व वारदात को अंजाम देने जाते समय अपने मोबाईल साथ में नहीं रखते थे।
डाबड़ी की 18 अगस्त की चोरी का खुलासा और माल भी बरामद
इन तीनों मुलजिमानों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनसे जसवंतगढ पुलिस थाना क्षेत्र के डाबड़ी गांव से 18 अगस्त को हुई चोरी का खुलासा किया है और इनसे चोरी किए गए नगदी व सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद किए है। पुलिस के अनुसार डाबड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह (60) पुत्र दुर्जन सिंह राजपूत ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि कि 18 अगस्त 2024 को रात्रि करीब बारह से एक बजे के बीच अज्ञात चोर उसके घर में घुसे और नगदी व सोने बादी के जेवरात चोरी कर ले गये। उसकी रिपोर्ट पर जसवंतगढ पुलिस ने प्रकरण संख्या 104 धारा 305 (ए) बीएनएस में दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। इस पर जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा (आई.पी.एस.) के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना हिमांशु शर्मा (आर.पी.एस.) व वृताधिकारी विक्की नागपाल के निकटतम सुपरविजन में थानाधिकारी मंजू मुलेवा सीआई के नेतृत्व में टीम का गठन करके सम्पति संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु कार्रवाई की गई, जिसमें इस चोरी की वारदात करने वाली गैंग का खुलासा हुआ और चोरी के आरोपी तीन अभियुक्तो को गिरफ्तार करके उनसे चोरी का माल नगदी रूपए व सोने चांदी के जेवरात भी बरामद किए। इस टीम में थानाधिकारी मंजू मुलेवा के साथ हैड कांस्टेबल भारमल, कांस्टेबल मुलाराम, गोपालराम, मुकेश, पवन, चन्द्रकान्त, बबलेश, श्यामसुन्दर, चालक गोविन्दराम व सिपाही मुकेश शामिल रहे। इनमें मूलाराम, चन्द्रकांत व चालक गोविन्दराम का विशेष योगदान रहा।