लाडनूं के मंगलपुरा से देशनोक करणी माता मंदिर के लिए विशाल पैदल यात्रा संघ हुआ रवाना,
पार्षद सुमित्रा आर्य व मोहनसिंह चौहान ने डाढाली करणी मंदिर से ध्वज थमा कर किया रवाना, भाजपा जिलाध्यक्ष ने शुभकामनाएं दीं
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां लादूबाबा की बगीची के सामने स्थित डाढाली करणी माता मंदिर मंगलपुरा से पैदल यात्रियों का एक संघ देशनोक करणी माता के मंदिर के लिए पैदल यात्रा के रूप में बुधवार को रवाना हुआ। पैदल यात्रियों के इस संघ को भाजपा महिला मोर्चा की वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष व पार्षद सुमित्रा आर्य, पार्षद मोहनसिंह चौहान आदि ने रवाना किया और माता का ध्वज महेंद्र सिंह चारण के सुपुर्द किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ओड़ींट ने उपस्थित होकर पहली बार जा रहे पदयात्रा संघ में शामिल पैदल यात्रियों के लिए अपनी शुभकामनाएं दी और बताया कि भक्तों द्वारा निर्मित इस मंदिर को चमत्कारी माना जाता है, यहां की मूर्ति जागृत है। इस अवसर पर नरपतसिंह तूनवाल, दिग्विजय सिंह जोधा आदि भी मौजूद रहे।
80 पदयात्री हुए शामिल, महिलाओं की संख्या भी अधिक
देशनोक करणी माता के लिए लाडनूं से स्वतंत्र रूप से पहली बार यह दल रवाना हुआ है। इससे पहले जयपुर की तरफ से जो दल जाता था, उसमें यहां के भक्त शामिल हुआ करते थे। इस पदयात्री संघ में 80 महिलाओं और पुरुषों ने शामिल होकर देशनोक माता के दर्शनार्थ कूच किया। जय मां करणी पैदल यात्रा संघ के तत्वावधान में यह पैदल यात्रियों का दल 170 किमी का सफर तय करके देशनोक मंदिर पहुंचेगा। इस पदयात्रा में इस दल को 4 से 5 दिनों का समय लगेगा। देशनोक पहुंच कर इस दल के सभी यात्रा करणी माता के दर्शनों का लाभ लेंगे।
यात्रियों के पूरे मार्ग खाना, पीना आदि सभी व्यवस्थाएं हैं नि: शुल्क
इस पैदल यात्रा के दौरान इन यात्रियों के लिए भोजन, पेयजल और विश्राम के लिए बिस्तर, प्राथमिक चिकित्सा आदि की सम्पूर्ण व्यवस्थाएं एवं समस्त सुविधाएं साथ में निःशुल्क उपलब्ध रखी गई हैं। इसकी सारी व्यवस्था मगरा बास के धर्मेन्द्र सिंह जोधा ने स्वप्रेरणा से की है और सब खर्च वे वहन करेंगे। संघ के साथ व्यवस्थापक के रूप में शंकरलाल तूनवाल जिम्मा संभाले हुए हैं। पदयात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुजन डाढाली करणी माता मंदिर परिसर में इकट्ठे हो गए। पुजारी महेन्द्र चारण के नेतृत्व में विष्णु, दिनेश, भंवरदान, बबलू आदि कार्यकर्ताओं ने यहां से प्रस्थान किया। इन पैदल यात्रियों का लाडनूं से प्रस्थान के बाद पहला रात्रि पड़ाव सुनारी गांव में श्याम मंदिर परिसर में रहा।