लाडनूं के निम्बी जोधां में बनेगा 2 किमी अटल प्रगति पथ, टू-लेन के इस पथ पर डिवाइडर, नाली, लाईटें लगाई जाएंगी,

प्रगति पथ के लिए भाजपा नेता ठा. करणी सिंह ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

 

जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। प्रदेश में अटल प्रगति पथ के रूप में सड़कों के निर्माण की बजट घोषणा के बाद जारी आदेशों की अनुपालना में  अनेक ग्रामीण इलाकों में टू-लेन अटल प्रगति पथ बनाए जाने पर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इसके तहत लाडनूं विधानसभा क्षेत्र में निम्बी जोधां ग्राम के लिए अटल प्रगति पथ की स्वीकृति प्रदान की गई है। भाजपा नेता ठाकुर करणी सिंह की अनुशंसा पर ग्राम निम्बी जोधां में एनएच 58 बाईपास मालगांव सड़क से लुहारगाडा वाया रानी खन्देड़ा, विद्युत वितरा निगम कार्यालय तक यह अटल प्रगति पथ स्वीकृत किया गया है, जिसकी 2 किमी लम्बाई के लिए 4 करोड़ रूपए की मंजूरी दी गई है। इस अटल प्रति पथ के लिए लाडनूं के निम्बी जोधां के चयन के लिए भाजपा नेता करणी सिंह ने सीएम भजनलाल शर्मा के प्रति आभार जताया है।

क्या है यह अटल प्रगति पथ योजना

राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग ने प्रदेश भर के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं, जिनके तहत 10 हजार से अधिक जनसंख्या वाले गांवों में एक से 3 किलोमीटर की सीसी सडकें बनाई जाएंगी। राज्य सरकार ने इसी साल के बजट में अटल पथ बनाने को लेकर ऐलान किया था। इसको लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता (पथ) मुकेश भाटी ने सभी अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंताओं को दिशा-निर्देश जारी कर प्रस्ताव मांगे गए थे। ये अटल प्रगति पथ सीमेंट कंकरीट (सीसी) का होगा, जिसकी यथासंभव चैड़ाई 7 मीटर एवं दोनों तरफ नाली होगी। इस अटल प्रगति पथ के तहत ग्रामीण इलाकों में टू-लेन सड़क बनेगी। हर जिले और ब्लॉक से इस सम्बंध में प्रस्ताव मांगे गए थे कि जिन गांव में कम से कम 10 हजार की जनसंख्या हो, उनका चयन किया जाकर वहां ऐसी सड़कें बनेगी। गांव की एक मुख्य या महत्त्वपूर्ण सड़क को अटल प्रगति पथ के रूप में विकसित किया जाएगा।

बीच में डिवाइडर और दोनों तरफ नाली बनेगी

अटल प्रगति पथ के रूप में गांवों में बनने वाली इन एक से तीन किलोमीटर लम्बे व 7 मीटर चैड़े टू लेन मार्गों को गांव की एक मुख्य एवं महत्त्वपूर्ण सड़क के रूप में अटल प्रगति पथ के नाम सेें विकसित किया जाएगा। यह सड़कें चयनित किए गए 10 हजार से अधिक जनसंख्या वाले गांवों में ही बनाई जानी हैं। सड़क के दोनों तरफ नाली का निर्माण भी किया जाएगा। नाली सड़क सीमा के अंतिम छोर पर बनाई जाएगी तथा नाली एवं सीसी सड़क के बीच यदि स्थान उपलब्ध होगा तो इन्टरलॉकिंग ब्लॉक लगाए जाएंगे। जहां पर्याप्त चैड़ाई उपलब्ध रहेगी, वहां अधिक चैड़ाई मय डिवाइडर भी प्रस्तावित किए जा सकेंगे। साथ ही यूटिलिटी डक्ट डालने का प्रावधान भी शामिल किया जा सकेगा।

स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाएंगी

यदि ग्राम पंचायत के स्तर पर स्ट्रीट लाइट के विद्युत व्यय एवं रख-रखाव का खर्च वहन करने की सहमति प्रदान की जाएगी तो अटल प्रगति पथ पर स्ट्रीट लाइट का प्रावधान भी लिया जा सकेगा। जिन गांवों में पूर्व में ही सीसी सड़क बनी हुई हैं, वहां दुबारा नहीं बनाई जा सकेगी।

राष्ट्रीय स्तर पर अटल प्रगति पथ एक्सप्रेस वे

अटल प्रगति पथ एक राजमार्ग है जो भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है. यह एक्सप्रेस-वे चार लेन का है और इसकी कई खासियतें हैं। यह राजस्थान, मध्य प्रदेश, और उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा। यह पूर्व-पश्चिम गलियारे को दिल्ली-वडोदरा राजमार्ग और आगरा-कानपुर राजमार्ग से जोड़ेगा। यह मध्य प्रदेश के श्योपुर, मुरैना, और भिंड जिलों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना के किनारे औद्योगिक और पर्यटन क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। अटल प्रगति पथ फोर लेन एक्सप्रेस-वे हैं, जिसकी कुल लंबाई 404 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेस-वे चंबल अंचल के मुरैना, भिंड व श्योपुर जिले को राजस्थान में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा और उप्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होगा। इसके अलावा सात राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ेगा।