लाडनूं में करणी माता के जन्मोत्सव पर विशाल शोभायात्रा का आयोजन 10 अक्टूबर को,
डीडवाना रोड स्थित डाढाली करणी माता मंदिर से निकलेगी मां करणी की झांकी,
लाडनूं (kalamkala.in)। अपने पर्चों (चमत्कार) के लिए विश्वविख्यात मां करणी के जन्मोत्सव पर लाडनूं में गुरूवार को 10 अक्टूबर सप्तमी के दिन यहां हाईवे पर डीडवाना पुलिया के पास लादूबाबा की बगीची के समाने स्थित डाढाली करणी माता मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा डाढाली करणी माता मंदिर से गुरूवार को प्रातः 9.15 बजे मां करणी की झांकी सहित रवाना होकर जोधा सर्विस सेंटर, शंकर कॉलोनी, दयानन्द कॉलोनी से करंट बालाजी मंदिर से मंगलपुरा गुवाड़ होते हुए वापस डाढ़ाली करनी माता मंदिर में पहुंचेगी। मंदिर में मां करणी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। ज्ञातव्य हे कि करणी माता को मां दुर्गा का अवतार माना गया है। नवरात्रि के मौके पर करणी माता के दर्शन करने के लिए देश भर से लोग पहुंचते हैं। उनके जन्मोत्सव पर निकाली जाने वाली करणी माता की झांकी में सभी पुरुष भक्तों से साफा पहनकर आने की अपील की गई है।
151 साल जिंदा रही थी करणी माता
करणी माता का जन्म राजस्थान के जोधपुर के फ्लोदी से 20 किमी दूर सुवाप गांव में मेहाजी किनिया चारण की धर्मपत्नी देवलदेवी के गर्भ से हुआ था। उनके जन्म को भगवती श्री करणी जी का अवतरण माना जाता है। उनका जन्म का नाम ऋद्धि कंवर या रिद्धी बाई था। इनका जन्म विक्रम संवत 1444 (1387 ई.) की आसोज शुक्ल 7 को हुआ था। सुवाप गांव में मां करणी ने अनेक चमत्कार भी दिखाए थे। कहा जाता है कि करणी माता 151 साल तक जिंदा रही और संवत 1595 की चैत्र शुक्ल नवमी गुरुवार (23 मार्च 1538) को ज्योतिर्लीन हुई थी। उनके ज्योतिर्लीन होने के बाद उनके भक्तों ने उनकी मूर्ति की स्थापना करके उनकी पूजा शुरू कर दी, जो की तब से आज भी चली आ रही है। संवत 1595 की चैत्र शुक्ला 14 से लगातार श्री करणी माता की सेवा-पूजा होती चली आ रही है।
