सुलझने में नहीं आ रहा लाडनूं की दिन-दहाड़े हुई हत्या का जाल, ग्रामीणों में गुस्सा, शीघ्र उठाएंगे कड़ा कदम,
बाकलिया के युवक ओमप्रकाश सारण की हत्या के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लग पाया कोई पुख्ता सबूत,
विधायक मुकेश भाकर ने पुलिस को दिया था सिर्फ चार दिनों का समय, 16 दिन बीत जाने पर भी नहीं ली वापस सुध
लाडनूं (kalamkala.in)। क्षेत्र के विधायक और आम जनता से स्थानीय पुलिस ने दिनदहाड़े हुई एक युवक की हत्या के मामले का खुलासा करने के लिए चार दिनों का समय मांगा था, लेकिन वह अवधि निकल जाने के बावजूद पुलिस ने इस बारे में कोई सुराग तक नहीं दिया। बाकलिया गांव में भैंस प्रजनन केन्द्र के समीप विगत 25 सितम्बर को बाकलिया के एक युवक का शव मिला था। युवक की हत्या करके शव वहां डाला गया था। मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया जाने के बाद परिजनों को लेकर लोगों ने मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें शुरू से ही 7 दिनों में खुलासा करने का भरोसा दिया था। फिर भी धरना नहीं हटाया गया। बाद में विधायक मुकेश भाकर भी धरनास्थल पर पहुंचे और धरने में शामिल हो गए। फिर पुलिस अधिकारियों से वार्ता करके 4 दिनों का समय खुलासा के लिए दिया। इसके बाद धरना हटाया गया और शव को प्राप्त किया जाकर अंत्येष्टि की गई।
जो आगीवाण हुए, वे क्यों खिसके पीछे
हत्या की इस वारदात को 16 दिन हो चुके हैं, लेकिन खुलासे और हत्यारों के सुराग का अभी तक कोई आसार तक नजर नहीं आ रहा है। इसे लेकर आम जनता में रोष है कि विधायक मुकेश भाकर ने आगीवाण होकर समझौता करवाया था, लेकिन अब विधायक ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। इस पर लोगों को आश्चर्य भी है। ऐसा भी लगने लगा है कि अगर पीड़ित परिवार की कोई भी मांग नहीं मानी गई, तो लोग एकत्र होकर विधायक निवास के समक्ष धरना देंगे।
पुलिस टीमें गठित कर संजीदगी से जुटी है अनुसंधान में
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा के नेतृत्व में चार पुलिस टीमें अलग-अलग दृष्टि से जांच-पड़ताल में लगी हुई हैं, लेकिन किसी तरह का कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लग पाया है। मृतक ओमप्रकाश सारण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल टीम की रिपोर्ट, कॉल डिटेल आदि खंगाली गई है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लग पाया है। पुलिस अपने पूरे प्रयास में लगी हुई है। ओमप्रकाश की हत्या के पीछे रहे कारणों का भी अभी तक कोई पता नहीं लगाया जा सका है। यह तो निश्चित ही है कि ओमप्रकाश की हत्या हुई है, क्योंकि उसके सिर में चोट है और खून निकला हुआ था। मौके पर उसे घसीटे जाने के निशानात भी थे।
