आजाद भारत के भविष्य और क्षत्रिय समाज की भूमिका को लेकर हुआ था श्री क्षत्रिय युवक संघ का गठन,
श्री क्षत्रिय युवक संघ के 79वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
लाडनूं (kalamkala.in)। श्री क्षत्रिय युवक संघ का 79वां स्थापना दिवस कार्यक्रम लाडनूं प्रांत के छप्पारा, रताऊ, निम्बी जोधां, ढींगसरी व रायधना में हर्षोंउल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में श्री क्षत्रिय युवक संघ के विक्रमसिंह ढींगसरी, नरपतसिंह रताऊ व रविन्द्र सिंह लाडनूं ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज ही के दिन 22 दिसंबर 1946 को श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना पूज्य स्व. तन सिंह द्वारा की गई थी। देश की अंग्रेजों से आजादी की आहट के साथ ही भारत के भविष्य और उस गौरवशाली भारत में क्षत्रिय समाज की भूमिका के निर्धारण तथा अपने महान पूर्वजों के अनुरूप इस राष्ट्र में अपनी भूमिका के निर्वाह के तरीके के सम्बन्ध में और इसी प्रकार तत्कालीन व भविष्य के बारे में नीति-निर्धारित के लिए श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना की गई थी। कार्यक्रम में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर द्वारा प्रेषित नववर्ष संदेश का वाचन किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्थापक तन सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन शायर सिंह, भगवान सिंह, महावीर सिंह, हरिसिंह, लोकेन्द्रसिंह, ओमसिंह रायधना द्वारा किया गया। प्रार्थना मोहनसिंह रताऊ व भगवान सिंह रताऊ द्वारा करवाई गई।कार्यक्रम में रविन्द्र सिंह, शायरसिंह, बजरंग सिंह, गजेंद्र सिंह, संदीप सिंह छप्पारा, हुक्म सिंह सरपंच, प्रभुसिंह, बजरंग सिंह रताऊ, गुलाब सिंह, पृथ्वीसिंह, गिरवरसिंह, शक्तिदानसिंह, रघुवीर सिंह, हनुमान सिंह निम्बी जोधा, पवनसिंह, नवजीतसिंह ढींगसरी आदि मौजूद रहे। श्री क्षत्रिय युवक संघ का यह स्थापना दिवस देश भर में जगह-जगह मनाया गया।