लाडनूं के बस स्टेंड की हालत सुधारने के लिए ईओ झाबर सिंह ने की पहल, मौका देखा और दिए खदेड़े में पानी के बहाव को बहाल करने के निर्देश,
सफाईकर्मियों की दोपहर बाद की पारी में मौके पर ली जाएगी हाजिरी, बंद रहेगी डबल ड्यूटी व ऐवजी का सिस्टम
लाडनूं (kalamkala.in)। शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी झाबर सिंह ने पालिका कर्मियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने रेलवे स्टेशन व आस पास के प्रमुख मार्गों, बस स्टेंड आदि चिह्नित क्षेत्रों में प्रतिदिन दोपहर बाद की पारी में अपराह्न 3 बजे उन्हीं स्थानों पर हाजिरी लेकर वही काम पर लगाने के निर्देश दिए। ईओ ने सभी सफाईकर्मियों के लिए 3 बजे अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के आदेश देते हुए कहा कि वे सुबह की पारी कहीं भी करते हों, लेकिन दोपहर बाद आवश्यक रूप से हाजरी पर उपस्थित होंगे, अन्यथा उनकी अनुपस्थिति लगा दी जाएगी। ईओ ने डबल ड्यूटी सिस्टम को नकारते हुए कहा कि दोपहर बाद कार्य करना सबके लिए अनिवार्य रहेगा। सफाई अभियान के दौरान इसका विशेष खयाल रखना होगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने सफाई निरीक्षक गोपाल सांगेला को विशेष निर्देश दिए।
खंदेड़ा और बस स्टेंड के हालात का लिया जायजा
बैठक के बाद ईओ झाबर सिंह ने सभी कार्मिकों के साथ बस स्टेंड की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बस स्टेंड पर एकत्रित होने वाले पानी की निकासी के लिए आसपास के चार-पांच रास्तों की स्थिति देखी और नाला बनवा कर या अन्य तरीके से इस समूचे पानी को तेरी रोड की तरफ निकालने के विकल्पों पर विचार किया व कनिष्ठ अभियंता दीपक मीणा व अन्य कार्मिकों से मौके त्थ ही विचार-विमर्श किया। अंत में पार्षद मोहन सिंह चौहान व वरिष्ठ पत्रकार जगदीश यायावर ने उन्हें सदीन से ही सारे शहर के पानी के खंदेड़ा की सरकारी जमीन के खड्डे में जाने और हाल के कुछ समय से खंदेड़े को मिट्टी से पाटने के प्रयासों और वहां तक बने नालों को बंद करने की कवायद की जानकारी दी। इसे ईओ झाबर सिंह ने काफी गंभीर मानते हुए पूरे नाले और नालियों की अविलम्ब सफाई करवा कर पुनः प्राकृतिक रूप से पानी के बहाव को कायम करवाने और बस स्टेंड की स्थिति दुरुस्त करवाने निर्देश दिए।
खंदेड़ा बचाने और बस स्टेंड सुधारने के प्रयासों में सतत लगी रही पार्षद सुमित्रा आर्य
गौरतलब है कि पार्षद सुमित्रा आर्य लम्बे समय से खंदेड़ा को बचाने के प्रयासों में लगी हुई थी। इस बारे में वे तत्कालीन एसडीएम नारायण लाल रैवाड़ के समय से लगातार ज्ञापन देने और मांग उठाने के लिए सक्रिय रही। बस स्टेंड को भराव के हालात से उबारने के लिए भी वे सतत प्रयासरत रही और अनेक बार बरसात के समय में जेसीबी मशीनें लगवा कर खंदेड़े की खुदाई नगर पालिका द्वारा करवाई गई और उन्हीं के प्रयासों से नगर पालिका द्वारा वहां बोरवैल खोद कर तैयार किया गया। नालियों की मरम्मत व सफाई भी करवाई गई। लेकिन खंदेड़ा हड़पो गिरोह द्वारा लगातार परिस्थितियों को विषम बनाया जाता रहा। इसी कारण यहां से पानी की निकासी के सारे नाले-नालियां बंद कर दिए गए। इस वजह से बिना बरसात के ही पानी का भराव बस स्टेंड पर रहने लगा। अब स्थिति के बदतर होने पर पालिका प्रशासन जागा है। खैर, देर आयद-दुरुस्त आयद।
