ग्राम पंचायतों के गठन, पुनर्सीमांकन को लेकर ग्रामीणों में उपजा विरोध हुआ मुखर,
कुशलपुरा, गोदारों का बास को उदरासर ग्राम पंचायत से हटाकर रिडमलास में शामिल करने का विरोध
अबू बकर बल्खी। लाडनूं (kalamkala.in)। पिछले कुछ दिनों से विभिन्न गांवों को ग्राम पंचायत घोषित करने की मांग चल रही है। इसे लेकर अनेक ज्ञापन भी दिए जा चुके। अब इनके विरोध में भी ज्ञापन दिए जाने शुरू हो चुके हैं। बड़े गांवों को छोड़ कर छोटे व कम आबादी वाले गांवों के लिए भी ग्राम पंचायत की मांग रखी जाने से यह विरोध पनपा है। इसके अलावा कुछ गांवों को पहले की सुविधाजनक ग्राम पंचायत से हटाने और परेशानियां व असुविधाएं पैदा करने वाली ग्राम पंचायत में जोड़े जाने का विरोध ग्रामीणों द्वारा किया जाने लगा है।
इसी के तहत ग्राम पंचायत उदरासर के अंतर्गत आने वाले कुशलपुरा व गोदारों का बास को वर्तमान ग्राम पंचायत उदरासर से हटाकर नवीन ग्राम पंचायत रिडमलास में शामिल करने का विरोध शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर पुखराज सेन व लाडनूं के एसडीएम मिथलेश कुमार को ज्ञापन सौंपकर कुशलपुरा व गोदारों का बास को ग्राम पंचायत उदरासर से विघटन करके नवीन ग्राम पंचायत में शामिल करने का विरोध जताया है। सरपंच प्रतिनिधि रामधन गंडास ने बताया कि कुशलपुरा और गोदारों का बास को ग्राम पंचायत उदरासर में ही यथावत् रखा जाए। उदरासर ग्राम पंचायत के चारों गांवों की कुल जनसंख्या 4300 है, जो एक छोटी ग्राम पंचायत है। इसकी लगभग 95 प्रतिशत आबादी 2 किलोमीटर के दायरे में बसी हुई है, जिसके चलते ग्रामीणों के लिए पंचायत मुख्यालय में पहुंचना सुलभ है। संज्ञान में आया कि उपखंड कार्यालय द्वारा पंचायत के पुनर्गठन के दौरान कुशलपुरा को प्रस्तावित नई ग्राम पंचायत में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसकी जनसंख्या मात्र 2500 है, जो नवीन ग्राम पंचायत के लिए उपयुक्त भी नहीं है। इसके चलते ग्रामीणों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। ज्ञापन देने के दौरान सरपंच प्रतिनिधि रामधन गंडास, जोधाराम महला, मुकेश गंडास सहित अनेकों ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।
