लाडनूं नगर पालिका में भ्रष्टाचारियों का गिरोह सक्रिय?
सबको सामने लाएगा हाईमास्ट लाइटों का मामला, पार्षद संदीप प्रजापत ने खटखटाया मुख्यमंत्री का द्वार
लाडनूं (kalamkala.in)। नगर पालिका की ओर से शहर के प्रमुख स्थलों को जगमग करने के लिए विभिन्न जगहों को चिह्नित करके वहां स्थापित की गई हाईमास्ट लाइटें अब अधिकारियों व कर्मचारियों के गले की हड्डी बन चुकी है, जो न निगलते बन रही है और न उगलते। इस मामले में जमकर भ्रष्टाचार होने की जानकारी सामने आ रही है और इसे लेकर स्वायत शासन विभाग के सहायक निदेशक ने लगातार नोटिस देकर दोषियों के विरुद्ध आरोप पत्र मांगे गए, परन्तु अधिशाषी अधिकारी मिलीभगत के चलते डीएलबी के आदेशों की खुली अवहेलना कर रहे हैं। इसे लेकर पार्षद संदीप प्रजापत ने मुख्यमंत्री को उपखंड अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेज कर नगरपालिका लाडनूं के अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ शिकायत की है। पार्षद संदीप प्रजापत ने इस ज्ञापन में नगर पालिका लाडनूं में हाईमास्ट लाइटों में हुए भ्रष्टाचार की जिला कलेक्टर डीडवाना द्वारा की गई जांच का हवाला देते हुए बताया गया है कि नगर पालिका मंडल लाडनूं में हाईमास्ट लाइटों के टेंडर में हुए भ्रष्टाचार की जिला कलेक्टर डीडवाना द्वारा की गयी जांच में भ्रष्टाचार प्रमाणित हो जाने पर अग्रिम कार्यवाही के लिए जिला कलेक्टर ने 31 जुलाई 2024 को निदेशक स्वायत शासन विभाग राजस्थान को पत्र लिखा था। स्वायत शासन निदेशक ने 5 सितम्बर, 7 नवम्बर, 18 दिसम्बर व 13 फरवरी को लगातार अधिशाषी अधिकारी लाडनूं को अंतिम नोटिस देकर दोषी कर्मचारियों के नाम सहित आरोप पत्र मांगा गया, लेकिन अधिशाषी अधिकारी यहां के दोषी कर्मचारियों से सांठ-गांठ करके उनको बचाने के लिए इन आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं और कोई आरोप पत्र बना कर नहीं भेज रहे हैं। जो कर्मचारी इस भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्होंने पहले इस प्रकरण की मूल पत्रवाली गायब कर दी, जिसकी आजतक कोई एफआईआर भी नहीं हुई। अब वे कार्मिक खुद को बचाने के लिए हस्तक्षेप से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके साथ ही ज्ञापन में बताया गया है कि सहायक निदेशक स्वायत शासन विभाग राजस्थान द्वारा लगातार दोषी कर्मचारियों के नाम भेजे जाने के नोटिस का जवाब अधिशाषी अधिकारी लाडनूं द्वारा नहीं दिए जाने का यहां सभी पार्षदों ने विरोध किया है। ज्ञापन में बताया गया है कि सहायक निदेशक स्वायत शासन विभाग द्वारा हाईमास्ट के भ्रष्टाचार में दोषी कर्मचारी तत्कालीन तकनीकी अधिकारी, लिपिक, लेखाकार व स्टोरकीपर के नाम सहित आरोप पत्र मांगे गए, जिसके लिए माह सितम्बर से अब तक चार नोटिस अधिशाषी अधिकारी लाडनूं को भेजे जा चुके हैं। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि दोषी कर्मचारियों से मिलीभगत करके उनको बचाने के लिए अधिशाषी अधिकारी ये आरोप पत्र नाम सहित नहीं भेज रहे हैं, जिससे दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री से ज्ञापन द्वारा मांग की गई है, कि जो अधिकारी दोषी कर्मचारियों को बचाना चाह रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाए व दोषियों के नाम आरोप पत्र सहित भेजे जा सकें, इसकी सुनिश्चितता की जाए। ज्ञापन में मांग प्रस्तुत की गई है कि इन कर्मचारियों को पाबन्द किया जाए और अधिशाषी अधिकारी द्वारा दोषी कर्मचारियों के खिलाफ आरोप पत्र भिजवाया जाने की सुनिश्चितता कराई जिए।
इनका कहना है
जिला कलेक्टर की जांच के बाद भी अधिशाषी अधिकारी द्वारा छह महीने के उपरान्त भी अभी तक आरोप पत्र नहीं भेजे जाना सरकार की छवि को खराब करने का प्रयास है, इसका हम विरोध करते हैं।
– मुरलीधर सोनी पार्षद एवं अध्यक्ष, भाजपा शहर मंडल, लाडनूं।
नगरपालिका लाडनूं में करोड़ों रुपयों के भ्रष्टाचार हुए हैं। जिन कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार किए, वो ही आज तक विभाग को संभाल रहे हैं। उच्च अधिकारियों के पत्रों का भी जवाब नहीं देना दिखाता है कि इनमें सरकार का कोई भय नहीं है।
– संदीप प्रजापत, पार्षद वार्ड 38, लाडनूं।
अधिकारियों ने एक गिरोह बना रखा है, जो कि भ्रष्टाचार में एक-दूसरे का सहयोग करते हैं और जो भ्रष्टाचार का विरोध करता है, उसको सब मिलकर टारगेट करते हैं।
– राजेश भोजक, पार्षद, वार्ड सं. 22, लाडनूं।
