जयपुर में मार्च से नई ट्रेफिक व्यवस्था लागू-
ट्रैफिक पुलिस सिपाही अब चालान नहीं काटेंगे, करेंगे समझाईश व रखेंगे यातायात सुव्यवस्थित,
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम द्वारा कैमरों से कटेंगे चालान या बड़े अधिकारी करेंगे कार्रवाई
जयपुर (kalamkala.in)। प्रदेश की राजधानी जयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बड़ा बदलाव किया गया है। अब ट्रैफिक पुलिस के सिपाही और सब-इंस्पेक्टर वाहन चालकों का चालान नहीं काट सकेंगे। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने आदेश जारी कर सभी ट्रैफिक सिपाहियों से चालान बुक वापस ले ली है। अब सिर्फ ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) या उससे ऊपर के अधिकारी ही चालान काट सकेंगे। पुलिस कमिश्नर को यातायात पुलिस की कार्यशैली को लेकर शिकायतें और फीडबैक मिले थे, जिसके बाद सत्यापन कर यह फैसला लिया गया। इस नियम को मार्च माह के लिए प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया है। इसमें तय किया गया है कि सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की प्राथमिक जिम्मेदारी अब सड़क पर यातायात सुचारू बनाए रखना ही होगी। ये पुलिसकर्मी अब चालान काटने की बजाय केवल समझाइश देंगे और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे। चैराहों पर तैनात पुलिसकर्मी केवल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करेंगे, जो उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करेंगे। इस फैसले से ट्रैफिक पुलिस की मनमानी और अवैध वसूली की शिकायतों पर रोक लगेगी। साथ ही, आम जनता को पुलिस के प्रति सकारात्मक संदेश मिलेगा।
कैमरों से होगा ई-चालान
बदले हुए ट्रैफिक नियमों के तहत अब यह नहीं है कि चालान काटा जाना पूरी तरह से ही बंद हो गया हो। अब तो पुलिस के नहीं रहने पर भी चालान कटेगा। शहर में लागू किए गए नए सिस्टम के तहत जयपुर के प्रमुख मार्गों पर लगे आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) कैमरों से यातायात उल्लंघन करने वालों के ई-चालान जारी होते रहेंगे। इस प्रकर ड्रोन कैमरे से आसमान से नजर रखी जाएगी और ट्रैफिक व्यवस्था कंट्रोल रहेगी। अभी तक शहर के लोग चौक-चौराहों पर सिग्नल तोड़कर वाहन भाग निकलते थे। अगर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आती थी, तो बिना हेलमेट के ही गाड़ी आगे बढ़ा देते थे। लेकिन, अब अगर आपको चैराहों पर ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आए, तो खुद को खुशनसीब ना समझें। अब बिना ट्रैफिक पुलिस के भी नियम तोड़ने पर आपका चालान कट जाएगा। ट्रैफिक डीसीपी सागर राणा ने बताया कि इस बार लोगों के ऊपर सीसीटीवी से नहीं बल्कि ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इसके लिए एक प्राइवेट कंपनी के साथ कॉन्ट्रेक्ट किया गया है। अजमेरी गेट पर अभी ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। ये ड्रोन पांच किलोमीटर के रेंज तक नजर रख सकते हैं। जो भी ट्रैफिक नियम तोड़ेगा, ये ड्रोन उसे पकड़ लेगा।
नहीं की जा सकेगी मनमानी वसूली
विभाग के इस फैसले से ट्रैफिक पुलिस की मनमानी और अवैध वसूली की शिकायतों पर रोक लगेगी। साथ ही, आम जनता को पुलिस के प्रति सकारात्मक संदेश मिलेगा। अब शहर में 12 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 4 डिप्टी एसपी, 2 एडिशनल डीसीपी और डीसीपी ही चालान काट सकेंगे। इससे ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। यह नया नियम लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा और सड़क पर अनुशासन सुनिश्चित करेगा। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो इसे स्थायी रूप से लागू किया जा सकता है।
