कॉलेज के प्रिंसिपल पर लगे 50 से अधिक छात्राओं के साथ यौन शोषण का आरोप, वीडियो वायरल करने की देता था धमकियां, वाशरूम में लगवाए कैमरे,
छात्राओं के बयानों के बाद प्रिंसिपल सैयद मशकूर अली गिरफ्तार, जेल भेजा
जयपुर (kalamkala.in)। जयपुर में महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस ने छात्राओं के बयान दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सांगानेर स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में कार्यरत प्रिंसिपल सैयद मशकूर अली पर 50 से ज्यादा छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया था। छात्राओं ने सड़कों पर उतरकर आरोपी प्रिसिंपल के खिलाफ फांसी की मांग की थी।
आरोपी प्रिंसिपल को लेकर छात्राओं किया हंगामा
कॉलेज स्टाफ और छात्राओं ने इस संबंध में 3 फरवरी को तकनीकी शिक्षा सचिव को शिकायत दी थी, जिसके बाद आरोपी प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया था। वहीं पुलिस के अनुसार आरोपी ने मामले की दोबारा जांच की अपील की थी। इस पर जांच टीम जब 10 मार्च को कॉलेज पहुंची तो छात्राओं ने प्राचार्य पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। छात्राओं का आरोप है कि प्रधानाचार्य मशकूर अली यौन उत्पीड़न करता था। पुलिस ने लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है। शुरुआती जांच के बाद मश्कूर अली को गिरफ्तार कर लिया गया। एसआईटी की जांच में आरोप सही पाए गए थे। छात्राओं ने बताया था कि मश्कूर अली ने वॉशरूम में कैमरा लगा रखा था। मश्कूर अली की प्रिंसिपल पद पर नियुक्ति साल 2023 में हुई थी।
छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ की थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचकर छात्राओं की शिकायत पर मामला दर्ज किया। बुधवार को पीड़ित छात्राओं ने कोर्ट में बयान दिए। मामले को लेकर डीसीपी (ईस्ट) तेजस्विनी गौतम ने बताया कि छात्राओं ने प्रताप नगर थाने में निलंबित प्रिंसिपल सैयद मशकूर अली के खिलाफ शिकायत की थी। इस पर थानाधिकारी को जांच की जिम्मेदारी दी गई और 11 मार्च को आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी छात्राओं से छेड़छाड़ करता था और उन्हें मैसेज भेजता था।
क्या है यह पूरा मामला
जयपुर के सांगानेर स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्राओं और कॉलेज स्टाफ ने बताया कि आरोपी प्रिंसिपल ने खुद को छात्राओं के पर्सनल वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ रखा था। वह छात्राओं को अश्लील मैसेज भी भेजता था। छात्राओं का आरोप था कि मशकूर अली उन्हें धमकाता था कि अगर किसी ने पुलिस या परिवार से शिकायत की तो वह उनका वीडियो वायरल कर देगा। छात्राओं ने बताया कि वीडियो वायरल होने के डर से किसी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। इससे तंग आकर उन्होंने 3 फरवरी को कॉलेज के तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव से शिकायत की। जांच में वह दोषी पाया गया और उसे तत्काल निलंबित कर दिया गया।
मोबाइल की एफएसएल जांच करवाएगी पुलिस
रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के पीछे बदनामी का डर था। गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेड़म का कहना है कि मामला सरकार के संज्ञान में है। उन्होंने गंभीर विषय बताते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस अब आरोपी के मोबाइल की एफएसएल जांच करवाएगी। 7 छात्रा बयान दर्ज कराने आगे आई हैं। माना जा रहा है कि अभी और लड़कियां भी बयान दर्ज करवा सकती हैं। प्रताप नगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
