पिछले 100 सालों से आरएसएस भेदभाव भुलाकर कर रहा समाज को संगठित- रामवतार सराफ,
गोराऊ में संघ का पथ संचलन कार्यक्रम आयोजित, लोगों ने किया पुष्पवर्षा कर स्वागत
लाडनूं/ जायल (kalamkala.in)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोराऊ मण्डल का पथ संचलन कार्यक्रम रविवार को आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक रामावतार सराफ, पिथलदेवजी मंदिर से महंत तुलसीदासजी महाराज व मुख्य अथिति कप्तान गिरधारीजी की उपस्थिति रही। खण्ड़ कार्यवाह कैलाश सोनी ने बताया कि कार्यक्रम में जिला संघचालक रामवतार ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। 100 वर्षों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज के सभी भेदभाव बुलाकर हिंदू समाज को संगठित करने के पुनीत कार्य में लगा हुआ है। संघ की प्रतिदिन 1 घंटे की शाखा के माध्यम से स्वयंसेवक के जीवन में सभी प्रकार के संस्कारों का निर्माण होता है और उससे समर्थ समाज के निर्माण में संघ के स्वयंसेवक अपने सहभागिता सुनिश्चित कर रहे हैं। संघ की शाखा से तैयार हुए ये स्वयंसेवक देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सहभागिता द्वारा समाज व राष्ट्रहित के कामों में लगे हुए हैं।
अपनी संस्कृति पर गर्व करो
इस अवसर मुख्य अतिथि कप्तान गिरधारीजी ने कहा कि हिन्दू संस्कृति दुनिया की सबसे प्राचीन संस्कृति है। हम ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की बात करते हैं। विश्व कल्याण की बात कोई इस दुनिया मे करता है, तो वह केवल हिन्दू ही है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व होना चाहिए। पथ संचलन गांव के मुख्य मार्ग से होते हुए निर्धारित स्थान पर संपन्न हुआ। पथ संचलन में माता-बहनों द्वारा मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर पूरे गांव को भव्य तरीके से सजाया गया। कार्यक्रम सैंकड़ों की संख्या में गांव के प्रबुद्धजन एवं माताएं-बहनें उपस्थित रहे।
