लाडनूं के बचपन स्कूल में आगजनी से भारी नुकसान, लाखों का फर्नीचर, कंप्यूटर व अन्य सामान जलकर खाक हुआ,
पुलिस ने दर्ज की आगजनी की एफआईआर, कारणों की खोज सहित विस्तृत जांच होगी
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां दूसरी पट्टी स्थित बचपन ब्राइट पाथ स्कूल के भवन में शनिवार तड़के आग लगने से लाखों रुपयों का सामान जल कर स्वाहा हो गया। आग लगने के कारण अभी अज्ञात हैं। बताया जाता है कि बचपन स्कूल के इस भवन में सभी कक्षों में एमसीबी (मिनिएचर सर्किट ब्रेकर) स्वचालित सुरक्षात्मक उपकरण लगाए हुए थे। यह भी बताया जा रहा है कि भवन की एक खिड़की तोड़ी हुई थी। ऐसे में किसी शरारती तत्व की करतूत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। स्कूल निदेशक प्रतिदिन इसी भवन में सोते थे, लेकिन वे इस दिन एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए नागौर गए हुए थे और पीछे से यह हादसा घटित हो गया। इस आगजनी की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस को दे दी गई है। पुलिस सभी बिंदुओं और पहलुओं की जांच करेगी, तभी वास्तविकता उजागर हो सकेगी।
दमकल-कर्मियों, पड़ोसियों और सभी ने किए बचाव के प्रयास
बचपन स्कूल के भवन में आग लगने की जानकारी सबसे पहले पड़ौसियों को लगी, जो सुबह करीब पौने चार बजे अपने पशुधन को संभालने के लिए उठे थे। उन्होंने जब स्कूल भवन से धुआं उठते हुए देखा तब आस-पास के सब लोगों को बताया। पड़ौसी हरिओम स्वामी व पोकरदास स्वामी ने इसकी सूचना स्कूल निदेशक सहित अन्य प्रमुख लोगों को फोन करके दी। उन्होंने बचपन स्कूल के कार्मिकों और पार्षद सुमित्रा आर्य व वरिष्ठ पत्रकार जगदीश यायावर वगैरह को भी सूचित किया। सुबह 4 बजे करीब फायर ब्रिगेड के महेंद्र कुमार और विद्युत वितरण निगम के दिलीप कुमार व जेईएन राजकुमार तुनगरिया को पार्षद सुमित्रा आर्य ने इसकी जानकारी सहायतार्थ दी। पार्षद सुमित्रा आर्य तो तभी स्वयं भी मौके पर पहुंच गई। पत्रकार अरिहंत भंसाली, समाजसेवी सुमित जांगिड़, अरविंद नाहर, पार्षद अनिल सिंघी, रघुवीर सिंह राठौड़ आदि भी मौके पर पहुंच गए। विद्युत निगम ने सूचना मिलते ही दूसरी पट्टी की बिजली सप्लाई बंद कर दी। इधर सूचना मिलते ही एस.आई. महेंद्र कुमार फायर ब्रिगेड वाहन को लेकर मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने की मशक्कत में जुट गए। करीब डेढ़ घंटे की मेहनत-मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। पत्रकार लक्ष्मण चारण ने इस हादसे की सूचना नगर पालिका के ईओ और पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल, तहसीलदार अनिरुद्ध देव पांडेय आदि को भी दी। मौके पर डीएसपी विक्की नागपाल और पुलिस जाप्ता भी पुलिस थाने से पहुंच गए। नगर पालिका से राजेन्द्र सिंह पंवार और अन्य कार्मिक भी मौके पर पहुंच गए। आग बुझाने के लिए सुजानगढ़ फायर ब्रिगेड से भी सम्पर्क किया गया और स्थानीय स्तर पर चार टैंकर पानी के और मंगवाए गए। यह व्यवस्था श्यामसुंदर गुर्जर और रघुवीर सिंह राठौड़ द्वारा की गई। पड़ौसी हरिओम स्वामी तो अपने दो भाइयों पवन व गजानंद स्वामी और अर्जुन सिंह साथ मिलकर स्कूल का सामान बचाने और आग पर काबू पाने की कोशिश में परिसर के अंदर घुस गए, लेकिन वहां आग की लपटों और धुएं का सामना करना पड़ा। उन्होंने पोकरदास स्वामी के यहां से मोटर पम्प लगा कर पानी से बचाव का भी भरसक प्रयास किया।
हुआ लाखों का महत्वपूर्ण सामान आग से नष्ट
बचपन स्कूल में लगी यह आग नीचे के फ्लोर पर लगी थी, फिर यह लगातार फैलती चली गई और विकराल रूप ले लिया। इस आग में स्कूल का लगभग समस्त फर्नीचर, कंप्यूटर, लैपटॉप, इन्वर्टर, बैटरियां, सीसीटीवी कैमरे, एयर कंडीशनर, बुक्स, यूनिफॉर्म, खेल सामग्री आदि सभी को भारी नुक्सान पहुंचा। स्कूल निदेशक दिनेश धेड़ू ने बताया कि वे एक पारिवारिक विवाह समारोह में भाग लेने बाहर गए हुए थे। सुबह लगभग 4 बजे स्कूल भवन के पास रहने वाले पड़ोसी ने उन्हें आग लगने की सूचना दी। तत्पश्चात पड़ोसियों की सतर्कता और दमकल विभाग की मदद से आग पर काबू पाया गया। नगरपालिका कर्मचारी महेन्द्र जमादार ने आग बुझाने में विशेष योगदान दिया। ग्राउण्ड फ्लोर के अलावा प्रथम और द्वितीय मंजिल पर भी आंशिक नुकसान हुआ है। घटना की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज करवाई जा चुकी है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट या असामाजिक तत्वों की शरारत मानी जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
